Chhattisgarh Rajyotsava 2024 Greetings: छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर ये विशेज HD Images और Wallpapers भेजकर दें शुभकामनाएं
हर साल 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (Chhattisgarh Rajyotsava) के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इस तारीख को वर्ष 2000 में भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर इसे एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया था. छत्तीसगढ़ का पौराणिक नाम कौशल राज्य (भगवान श्री राम की माता) है...
Chhattisgarh Rajyotsava 2024 Greetings: हर साल 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (Chhattisgarh Rajyotsava) के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इस तारीख को वर्ष 2000 में भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर इसे एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया था. छत्तीसगढ़ का पौराणिक नाम कौशल राज्य (भगवान श्री राम की माता) है. भारत के राष्ट्रपति ने 25 अगस्त को मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 को अपनी सहमति दी और फिर भारत सरकार ने 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश को छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विभाजित करने का दिन तय किया. तब से राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर साल 1 नवंबर से 5 दिनों के उत्सव का आयोजन करती है.
छत्तीसगढ़ जो 2000 में मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी जिलों से बना है. इस क्षेत्र का इतिहास बहुत पुराना और समृद्ध है, जो सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है. यह कभी शक्तिशाली कोसल साम्राज्य का केंद्र था, जिसने मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश भाग पर शासन किया था. छत्तीसगढ़ सदियों से कई अन्य महत्वपूर्ण राजवंशों और साम्राज्यों का भी घर रहा है, जिनमें मौर्य, गुप्त और कलचुरी साम्राज्य शामिल हैं. छत्तीसगढ़ अपनी विविध संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है. राज्य में विभिन्न जातीय और धार्मिक समूह रहते हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी परंपराएं और रीति-रिवाज़ हैं. छत्तीसगढ़ में सबसे प्रमुख जातीय समूह छत्तीसगढ़ी, गोंडी और हलबी लोग हैं. छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस को मनाने के लिए, हमने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस 2022 की शुभकामनाएं, एचडी इमेजेस, विशेज और मैसेजेस ले आए हैं, जिन्हें आप भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1. छत्तीसगढ़ फॉर्मेशन डे की बधाई
2. छत्तीसगढ़ फॉर्मेशन डे की शुभकामनाएं
3. हैप्पी छत्तीसगढ़ फॉर्मेशन डे
4. हैप्पी छत्तीसगढ़ फाउंडेशन डे
5. छत्तीसगढ़ फॉर्मेशन डे की हार्दिक बधाई
छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध कला और शिल्प परंपरा के लिए भी जाना जाता है. राज्य में मिट्टी के बर्तन, बुनाई और धातु के काम सहित कई तरह के पारंपरिक हस्तशिल्प हैं. छत्तीसगढ़ अपने लोक संगीत और नृत्य के लिए भी जाना जाता है, जो पूरे साल विभिन्न अवसरों पर प्रस्तुत किए जाते हैं. छत्तीसगढ़ के अलग राज्य की मांग 1900 के दशक की शुरुआत से चली आ रही है. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इस क्षेत्र की उपेक्षा की गई और छत्तीसगढ़ के लोगों को लगा कि उन्हें संसाधनों और विकास का उचित हिस्सा नहीं दिया जा रहा है.