Baisakhi 2022 Wishes: बैसाखी की इन हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings, Quotes, GIF Images के जरिए दें शुभकामनाएं
बैसाखी के दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और अपने परिवार व दोस्तों के साथ मिलकर बैसाखी का पर्व मनाने के साथ-साथ एक-दूसरे को बधाइयां भी देते हैं. ऐसे में भला आप कैसे पीछे रह सकते हैं. इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों संग शेयर कर उन्हें बैसाखी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Baisakhi 2022 Wishes in Hindi: किसानों के पर्व बैसाखी (Baisakhi) को पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) समेत उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. खुशहाली और समृद्धि के इस पर्व को हर साल अप्रैल महीने में मनाया जाता है और इस साल बैसाखी 14 अप्रैल 2022 को मनाई जा रही है. बैसाखी न सिर्फ किसानों का मुख्य पर्व है, बल्कि इसे पंजाबी नव वर्ष (Punjabi New Year) और सिख नव वर्ष (Sikh New Year) के तौर भी मनाया जाता है. बैसाखी के दिन ही सूर्य देव मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इसे मेष संक्रांति (Mesha Sankranti) भी कहा जाता है. इस दिन लोग अनाज की पूजा करते हैं और फसल के कटकर घर आने की खुशी में ईश्वर व प्रकृति को धन्यवाद करते हैं.
बैसाखी के दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और अपने परिवार व दोस्तों के साथ मिलकर बैसाखी का पर्व मनाने के साथ-साथ एक-दूसरे को बधाइयां भी देते हैं. ऐसे में भला आप कैसे पीछे रह सकते हैं. इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों संग शेयर कर उन्हें बैसाखी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- खालसा मेरो रूप है खास,
खालसे में करूं निवास,
खालसा मेरा मुख हैं अंगा,
खालसे के साजना दिवस की,
आप सब को बधाई...
बैसाखी की शुभकामनाएं
2- नच ले, गा ले हमारे साथ,
आई है बैसाखी खुशियों के साथ,
मस्ती में झूम और खीर पूरी खा,
और न कर तू दुनिया की परवाह,
बैसाखी की शुभकामनाएं
3- खुशियां हो ओवर फ्लो,
मस्ती कभी न हो लो,
अपना सुरूर छाया रहे,
दिल में भरा प्यार रहे,
शोहरत की हो बौछार,
ऐसा हो बैसाखी का त्योहार.
बैसाखी की शुभकामनाएं
4- बैसाखी का खुशहाल मौका है,
ठंडी हवा का झोंका है,
पर आपके बिना अधूरा है सब,
लौट आओ हमने खुशियों को रोका है.
बैसाखी की शुभकामनाएं
5- तुस्सी हसदे हो सानू हसान वास्ते,
तुस्सी रोने ओ सानू रुआन वास्ते,
इक वारी रुस के ता वेखो सोनेओ,
मर जावांगे तुआनू मनान वास्ते,
बैसाखी दा दिन है खुशियां मनान वास्ते.
बैसाखी की शुभकामनाएं
कहा जाता है कि बैसाखी के दिन ही यानी 13 अप्रैल 1699 को सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. पंजाबी और सिख नव वर्ष के खास मौके पर पंजाब में मेले आयोजित किए जाते हैं. इस दिन गुरुद्वारों को सजाया जाता है, जहां लोग मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं. गुरुद्वारे में नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है. दरअसल, अप्रैल महीने में रबी यानी गेहूं की फसल कटती है, इसलिए पंजाब और हरियाणा में किसानों के पर्व बैसाखी को धूमधाम से मनाया जाता है.