Amla Navami 2024 Wishes: आंवला नवमी के इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers को भेजकर दें बधाई
आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ का पूजन कर परिवार के लिए आरोग्यता और सुख-समृद्धि की कामना की जाती है. इस दिन किया गया तप, जप और दान व्यक्ति को सभी पापों से मुक्त करता है. इस अवसर पर लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप भी इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को आंवला नवमी की बधाई दे सकते हैं.
Amla Navami 2024 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला नवमी (Amla Navami) या अक्षय नवमी (Akshay Navami) के तौर पर मनाया जाता है. इस साल उदयातिथि के मुताबिक 10 नवंबर को आंवला नवमी का पर्व मनाया जा रहा है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे जगत के पालनहार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाना चाहिए और उसका भोग श्रीहरि को अर्पित करना चाहिए, फिर प्रसाद के रूप में उसे ग्रहण करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट होते हैं. कहा जाता है कि कार्तिक मास के शुक्ल प्रतिपदा तिथि से लेकर पूर्णिमा तिथि तक आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ जाता है.
आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ का पूजन कर परिवार के लिए आरोग्यता और सुख-समृद्धि की कामना की जाती है. इस दिन किया गया तप, जप और दान व्यक्ति को सभी पापों से मुक्त करता है. इस अवसर पर लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप भी इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को भेजकर अपनों को आंवला नवमी की बधाई दे सकते हैं.
कहा जाता है कि आंवला नवमी यानी अक्षय नवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद आंवले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान आंवले के पेड़ में सबसे पहले गाय का कच्चा दूध अर्पित करना चाहिए, फिर पुष्प, सिंदूर, अक्षत, धूप-दीप इत्यादि से पूजन करना चाहिए. इसके बाद आंवले के पेड़ में कच्चा सूत बांधकर भगवान विष्णु के स्तोत्र का पाठ करें. ऐसी मान्यता है कि इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाकर ब्राह्मणों को खिलाने और स्वयं खाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.