Diwali Lakshmi Puja Muhurat 2022: विभिन्न व्यवसाय एवं नौकरी से जुड़े लोग इन मुहूर्तों में करें लक्ष्मी-पूजा! साल भर बरसेगी लक्ष्मी की कृपा!
सनातन धर्म के अनुसार साल का सबसे बड़ा महोत्सव दीपावली 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जायेगा. दीपावली का प्रारंभ 22 अक्टूबर धनतेरस से लेकर 26 अक्टूबर 2022 भाई दूज, चित्रगुप्त पूजा एवं गोवर्धन पूजा तक चलेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दीपावली का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जायेगा.
सनातन धर्म के अनुसार साल का सबसे बड़ा महोत्सव दीपावली 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जायेगा. दीपावली का प्रारंभ 22 अक्टूबर धनतेरस से लेकर 26 अक्टूबर 2022 भाई दूज, चित्रगुप्त पूजा एवं गोवर्धन पूजा तक चलेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दीपावली का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जायेगा. भागवत पुराण में उल्लेखित है कि कार्तिक मास की अमावस्या के दिन समुद्र-मंथन से माँ लक्ष्मी प्रकट हुई थीं, इसलिए प्रत्येक वर्ष इस दिन माँ लक्ष्मी के स्वागत के रूप दीप प्रज्वलित कर पूरे विधि-विधान से माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस दिन दीप-दान का भी बहुत महत्व है. स्कंद पुराण में उल्लेखित है कि इस दिन दीप-दान करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं
कार्य स्थल एवं फैक्टरी में लक्ष्मी पूजन का महत्व
दीपावली लक्ष्मी-पूजन का पर्व है, इसलिए इस दिन उस स्थान की दीपावली विशेष महत्वपूर्ण होनी चाहिए, जहां से आपके धन का स्त्रोत खुलता है, वह जगह आपका ऑफिस, दुकान, प्रतिष्ठान अथवा फैक्टरी आदि हो सकती है. यही वजह है कि इस दिन देश के अधिकांश कार्यालयों एवं फैक्ट्रियों में लक्ष्मी पूजा का विशेष आयोजन होता है, और प्रतिष्ठान के सभी लोग पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ इस पूजन में शामिल होते हैं. मान्यता है कि परिवार के सभी सदस्यों की उपस्थिति से लक्ष्मी पूजन का पूर्ण फल प्राप्त होता है. इस दिन प्रतिष्ठान अथवा दुकान के मालिक अपने स्टाफ के कार्यों से प्रसन्न होकर उपहार, बोनस एवं मिठाई वितरित करते हैं. यह भी पढ़ें : Karwa Chauth 2022 Mehndi Design: करवा चौथ के खास मौके पर महिलाएं अपने हाथो में सजाएं ये खुबसूरत मेहंदी डिजाइन, देखें वीडियो
लक्ष्मी-पूजा का शुभ मुहूर्त
घरों में इस मुहूर्त में करें पूजनः
6.53 P.M. से 8.49 P.M. (24 अक्टूबर 2022) तक
व्यापारियों के लिए पूजन मुहूर्त —
रात 1.21 A.M. से 3.25 A.M. तक
विभिन्न वस्तुओं के व्यवसाय के अनुरूप अमुक लग्न में करें लक्ष्मी पूजा
* वृश्चिक लग्न में ऑटो मोबाइल, वर्कशॉप, तांबा, पीतल, कांसा एवं स्टील के व्यापारी करें लक्ष्मी पूजन करें तो विशेष लाभ की प्राप्ति होगी.
* धनु लग्न में कल-कारखानों, ट्रांसपोर्टरों, चिकित्सकों एवं होटल के व्यवसायियों को लक्ष्मी पूजन करना चाहिए.
* अभिजीत मुहूर्त में वकीलों, चार्टर्ड एकाउंटेंट, प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा लक्ष्मी पूजन से अकूत लक्ष्मी देनवाला मुहूर्त माना जाता है.
दोपहर 03.41 बजे तक कुंभ और 05.06 बजे तक मीन लग्न रहेगा, जो बुध-गुरु की नजर में होने के कारण तमाम दोषों का निवारण करता है, चूंकि मीन लग्न शुक्र की उच्च राशि है, इस लग्न में दीपावली-महालक्ष्मी की पूजा करने वाले यजमान भी मालामाल होते हैं. मीन लग्न में उतार-चढ़ाव का व्यवसाय करने वालों, फाइनेंसरों और बैंक कर्मियों को पूजा करनी चाहिए. सायंकाल 05,07 बजे से 06.41 बजे तक मेष लग्न रहेगा. दोपहर 12.31 बजे से 02.14 बजे तक मकर लग्न में अभिजीत मुहूर्त रहेगा.
उपयुक्त मुहूर्त काल में संबंधित लोगों को लक्ष्मी पूजा करने से सापेक्ष लाभ की संभावना ज्यादा रहेगी.