Dev Deepawali 2022: सनातन धर्म में देव दीपावली का विशेष महत्व वर्णित है, मान्यता है कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन स्वर्गलोक के सारे देवता पृथ्वी पर अवतरित होते हैं और काशी (वाराणसी) स्थित पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चातुर्मास के पश्चात भगवान विष्णु के योग निद्रा में बाहर आने की खुशी में देवता पृथ्वी पर अवतरित होकर खुशिया मनाते हैं.
वेद एवं पुराणों में भी उल्लेखित है कि इस दिन भगवान विष्णु के साथ माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से श्रद्धालुओं को धन, ऐश्वर्य एवं अच्छी सेहत प्राप्त होती है. मान्यता है कि इस दिन इस वर्ष यह पर्व 7 नवंबर 2022, सोमवार को मनाया जायेगा. यह भी पढ़े: Dev Deepawali 2022: देव दीपावली पर आज 80 लाख फूलों से सजेगा श्री काशी विश्वनाथ धाम
देव दिवाली पर ये कार्य अवश्य करें
- हिंदू शास्त्रों के अनुसार देव दीपावली के दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान अवश्य करना चाहिए. इस दिन गंगा जी में डुबकी लगाने से आरोग्यता का लाभ मिलता है, तथा जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है. अगर गंगा तट पर जाना संभव नहीं है तो स्नान के पानी में गंगाजल की कुछ बूंदे मिलाकर स्नान करने से भी गंगा स्नान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है.
- देव दीपावली के दिन माता तुलसी की भी विशेष पूजा-अर्चना का विधान है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दिन तुलसी के माले का जाप करना चाहिए, अथवा तुलसी की 11 पत्तियों की माला भगवान विष्णु को पहनाना चाहिए. ऐसा करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
- देव दीपावली के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते समय उन्हें नया पीतांबर, पीला पुष्प, पीला चंदन, पीले रंग की खोए की मिठाई अर्पित करें. पूजा के दरम्यान स्वयं भी पीले रंग का वस्त्र पहनें. ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं.
- देव दीपावली के दिन भगवान विष्णु एवं माँ लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ भगवान सत्यनारायण की कथा सुननी चाहिए. ऐसा करने से किसी भी कार्य में आ रहा व्यवधान दूर होता है.
- इस दिन मां लक्ष्मी एवं भगवान विष्णु की पूजा करने से पूर्व घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण लगाएं एवं गंगाजल में चुटकी भर हल्दी पाउडर मिलाकर गेंदे के फूल से छिड़काव करना चाहिए. ऐसा करने से घर में समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती.
देव दीपावली के दिन ये कार्य करने से बचें
- देव दीपावली के दिन भूलकर भी मद्यपान एवं मांसाहार नहीं लेना चाहिए. इस दिन सात्विक भोजन करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं,
- देव दीपावली के दिन ना ही किसी को उधार पैसे दें और ना ही किसी से कर्ज लें. ऐसा करने से माँ लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं.
- देव दीपावली के दिन बिस्तर पर सोने के बजाय जमीन पर सोयें. मान्यता है कि पृथ्वी के संपर्क में सोने से किसी भी प्रकार के रोग एवं विकार नहीं होते.
- देव दिवाली के दिन देर तक सोने से बचना चाहिए. इसके अलावा इस दिन नाखून काटना अथवा दाढ़ी बनाने से बचना चाहिए.