16 जुलाई मंगलवार यानी कल साल का दूसरा चन्द्र ग्रहण (Chandra Grahan 2019) लगनेवाला है. ये साल का दूसरा और अंतिम चन्द्रग्रहण होगा. हिन्दू धर्म में ग्रहण को काफी महत्व दिया जाता है. हिंदू पंचांग की मानें तो इस बार चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है. इस चंद्रग्रहण को खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है. इस बार ये भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और आसपास के लिए एशियाई देशों में भी दिखाई देगा. खगोल विज्ञान के अनुसार चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य जब एक सीध में होते हैं तब ग्रहण पड़ता है. सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा पर पृथ्वी की प्रच्छाया पड़ती है तो इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहते हैं. विद्वानों के अनुसार ऐसा दुर्लभ योग 149 साल बाद लग रहा है. ऐसा योग वर्ष 1870 में बना था. ज्योतिष के अनुसार इस चन्द्र ग्रहण से 12 राशियों पर प्रभाव पड़ सकता है. ज्योतिष के अनुसार चन्द्रग्रहण के दौरान सूतक लग जाता है, जिसके बाद कुछ भी खाने पीने की मनाही होती है. इसलिए ग्रहण से पहले ही भोजन कर लेना चाहिए.
ग्रहण और सूतक का समय
शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले लगता है. वहीं सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लगता है. चंद्र ग्रहण में सूतक 16 जुलाई को 4 बजकर 25 मिनट से शुरु होगा और 17 जुलाई सुबह 4:40 मिनट पर समाप्त हो जाएगा.
तीन घंटे तक रहेगा ग्रहण
16 जुलाई को 1:32 मिनट पर ग्रहण शुरु होगा और सुबह 4:30 तक रहेगा. इस प्रकार ग्रहण का समय दो घंटे अठावन मिनट यानी तकरीबन तीन घंटे रहेगा.
चंद्र ग्रहण के दौरान बरतें ये सावधानियां
मान्यता है कि ग्रहण के दौरान अगर पानी पीने की जरूरत है तो उसमें या तो तिल डाल लें या फिर कुश, दूब या तुलसी के पत्ते जरूर डाल लें.
माना जाता है कि ग्रहण के बाद मूर्तियों और खुद को नहलाने के बाद पूरे घर में धूप-बत्ती कर शुद्धीकरण किया जाना चाहिए.
चंद्र ग्रहण के समय किसी भी गरीब व्यक्ति का अपमान न करें नहीं तो खतरनाक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. साथ ही नारियल को बहते जल में प्रवाहित करें, ऐसा करने से राहु का बुरा प्रभाव आपके ऊपर से खत्म हो जाएगा.
चंद्र ग्रहण के दौरान शमशान से न गुजरे, इस समय बुरी शक्तियां चरम पर होती हैं. गर्भवती महिला घर से न निकलें और न ही अपने ऊपर ग्रहण की छाया पड़ने दें नहीं तो गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान हो सकता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से भी बचें. इस दौरान हाथ और पैर के नाखून भी न काटें. बाल और दाढ़ी बनवाने से भी बचें.