ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचें? इंटरनेट और UPI इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

आजकल हमारी ज़िंदगी ऑनलाइन हो गई है। शॉपिंग से लेकर पेमेंट तक, सब कुछ बस एक क्लिक पर होता है. इंटरनेट ने हमारी ज़िंदगी को आसान तो बनाया है, लेकिन साथ ही कुछ खतरे भी बढ़ा दिए हैं. धोखेबाज़ लोग यानी फ्रॉडस्टर्स हमेशा ताक में रहते हैं कि कैसे आपकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ़ किया जाए.

लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है. थोड़ी सी सावधानी और जानकारी से आप इन ऑनलाइन फ्रॉड से आसानी से बच सकते हैं. चलिए जानते हैं कैसे.

ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के कुछ आसान नियम

  1. पासवर्ड हो दमदार: अपने सभी ऑनलाइन अकाउंट्स (जैसे ईमेल, फेसबुक, नेट बैंकिंग) का पासवर्ड मज़बूत बनाएं. पासवर्ड में अक्षर (A-Z, a-z), नंबर (0-9) और स्पेशल कैरेक्टर (@, #, $) का इस्तेमाल करें. अपना नाम, जन्मदिन या मोबाइल नंबर जैसा आसान पासवर्ड रखने से बचें.

  2. अनजान लिंक पर क्लिक न करें: आपके पास अक्सर SMS, ईमेल या व्हाट्सएप पर कुछ लुभावने मैसेज आते होंगे, जैसे - "आप जीत गए हैं 25 लाख की लॉटरी" या "आपका बिजली बिल बाकी है, तुरंत इस लिंक पर क्लिक कर के भरें". ये सब धोखा हो सकता है. किसी भी अनजान या शक वाले लिंक पर बिल्कुल क्लिक न करें.

  3. OTP किसी को न बताएं: OTP यानी 'वन टाइम पासवर्ड' आपकी ऑनलाइन तिजोरी की चाबी है. बैंक या कोई भी कंपनी आपसे कभी भी OTP नहीं मांगती. अगर कोई फोन करके खुद को बैंक कर्मचारी बताकर आपसे OTP मांगे, तो समझ जाएं कि वो एक फ्रॉड है। OTP किसी से भी शेयर न करें.

  4. पब्लिक वाई-फाई (Wi-Fi) पर लेन-देन से बचें: फ्री वाई-फाई का इस्तेमाल करने में मज़ा तो आता है, लेकिन रेलवे स्टेशन, कैफे या मॉल के फ्री वाई-फाई पर ऑनलाइन बैंकिंग या पेमेंट करने से बचें. ये नेटवर्क सुरक्षित नहीं होते और आपकी जानकारी चोरी हो सकती है.

  5. ऐप्स हमेशा ऑफिशियल स्टोर से डाउनलोड करें: कोई भी ऐप डाउनलोड करने के लिए हमेशा गूगल प्ले स्टोर (Android) या ऐप स्टोर (iPhone) का ही इस्तेमाल करें. किसी अनजान लिंक या वेबसाइट से APK फाइल डाउनलोड करना खतरनाक हो सकता है.


UPI पेमेंट करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

UPI ने पैसों का लेन-देन बहुत आसान कर दिया है, लेकिन धोखेबाज़ यहां भी एक्टिव हैं। UPI इस्तेमाल करते समय इन बातों को हमेशा याद रखें:

सबसे ज़रूरी नियम

एक बात गांठ बांध लें - पैसे पाने के लिए (To Receive Money) कभी भी UPI PIN डालने की ज़रूरत नहीं पड़ती है. UPI PIN का इस्तेमाल सिर्फ तभी होता है, जब आप किसी को पैसे भेज रहे हों या अपना बैंक बैलेंस चेक कर रहे हों. अगर कोई आपको पैसे भेजने के बहाने आपसे PIN डालने को कहे, तो तुरंत सावधान हो जाएं.

इन बातों पर भी गौर करें:

  • QR कोड स्कैन करने से पहले सोचें: QR कोड स्कैन करने का मतलब होता है कि आप पैसे भेज रहे हैं, न कि पा रहे हैं. किसी अनजान व्यक्ति के भेजे गए QR कोड को स्कैन न करें. OLX जैसी जगहों पर सामान बेचने वाले अक्सर खरीदार बनकर यह धोखा करते हैं.

  • पहचान कन्फर्म करें: किसी को भी पैसे भेजने से पहले उसका नाम और UPI ID दोबारा जांच लें. अक्सर हम जल्दी में गलत इंसान को पैसे भेज देते हैं.

  • स्क्रीन शेयरिंग ऐप्स से सावधान: धोखेबाज़ अक्सर आपसे AnyDesk या TeamViewer जैसे ऐप डाउनलोड करने को कहते हैं, ताकि वे आपके फोन की स्क्रीन देख सकें. ऐसा करके वे आपका UPI PIN और दूसरी ज़रूरी जानकारी देख लेते हैं और आपका अकाउंट खाली कर देते हैं. किसी के कहने पर ऐसा कोई ऐप डाउनलोड न करें.

  • फर्जी कस्टमर केयर नंबर: अगर आपको किसी कंपनी (जैसे Zomato, Swiggy, Amazon) से कोई दिक्कत है, तो उसका कस्टमर केयर नंबर गूगल पर खोजने की बजाय हमेशा उसकी ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप से ही निकालें. धोखेबाज़ गूगल पर अपने फर्जी नंबर डाल देते हैं.

अगर फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?

अगर दुर्भाग्य से आप किसी फ्रॉड का शिकार हो भी जाते हैं, तो घबराएं नहीं.

  1. सबसे पहले, भारत सरकार की साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत कॉल करें.
  2. आप अपनी शिकायत www.cybercrime.gov.in वेबसाइट पर भी दर्ज करा सकते हैं.

जितनी जल्दी आप शिकायत करेंगे, पैसे वापस मिलने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी.

आखिर में, ऑनलाइन दुनिया में सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। थोड़ा अलर्ट रहकर और इन आसान टिप्स को अपनाकर आप बिना किसी डर के इंटरनेट और UPI का इस्तेमाल कर सकते हैं.