महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने वर्ली सीट से भरा नमांकन, रोड शो कर दिखाया दम
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) वर्ली (Worli Assembly seat) से चुनाव लड़ रहे हैं. ठाकरे परिवार में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई चुनाव लड़ने लिए मैदान उतरा हो. वैसे दिवंगत बाला साहेब ठाकरे एक ऐसे शख्स थे जो रिमोट से सत्ता को कंट्रोल किया करते थे. वहीं उनके बेटे उद्धव ठकारे (Uddhav Thackeray) अपने पिता की राह पर चलें. लेकिन 52 सालों में ठाकरे परिवार के तीन पीढ़ियों की राजनीति में ये पहली बार हुआ जब कोई उनके बेटे आदित्य ठाकरे इस परंपरा को तोड़ मैदान में उतरा है.
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) वर्ली (Worli Assembly seat) से चुनाव लड़ रहे हैं. ठाकरे परिवार में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई चुनाव लड़ने लिए मैदान उतरा हो. वैसे दिवंगत बाला साहेब ठाकरे एक ऐसे शख्स थे जो रिमोट से सत्ता को कंट्रोल किया करते थे. वहीं उनके बेटे उद्धव ठकारे (Uddhav Thackeray) अपने पिता की राह पर चलें. लेकिन 52 सालों में ठाकरे परिवार के तीन पीढ़ियों की राजनीति में ये पहली बार हुआ जब कोई उनके बेटे आदित्य ठाकरे इस परंपरा को तोड़ मैदान में उतरा है. आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) को मुंबई के वर्ली (Worli Assembly seat) से अपना नामांकन भर दिया. इससे पहले आदित्य ठाकरे ने अपने दादा बाला साहेब ठाकरे की तस्वीर को नमन कर उनका आशीर्वाद लिया.
आदित्य ठाकरे ने नामाकंन भरने से पहले बड़ी रैली निकालकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया. दमदार बनाने के लिए मेगा रोड शो से उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वीयों को बता दिया कि इस बार सियासी लड़ाई घमासान होने वाला है. वैसे वर्ली सीट आदित्य ठाकरे एक महफूज सीट के तौर पर चुनी गई है. वर्ली सीट से 2014 में शिवसेना उम्मीदवार सुनील शिंदे ने एनसीपी के कद्दावर नेता सचिन अहीर को हराया था. वहीं एनसीपी के कद्दावर नेता सचिन आहिर अब सेना में शामिल हो गए हैं. जिससे आदित्य की राह आसान हो गई है. दूसरी तरफ मनसे ने अपने किसी भी उम्मीदवार को भतीजे के खिलाफ नहीं उतारा है.
यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 : चुनाव प्रचार के मैदान में उतरे आदित्य ठाकरे, पोस्टर लगाकर पूछा 'केम छो' वर्ली.
बता दें कि शिवसेना आदित्य को पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा के तौर पर पेश कर रही है, बशर्ते कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में अपनी सहयोगी पार्टी बीजेपी से ज्यादा सीटें मिल जाए. आदित्य का जमीनी शिवसैनिकों के साथ जुड़ाव है. उनमें महानगर और राज्य के बारे में चर्चाओं में खुद को प्रबल साबित करने की क्षमता है. इन सभी चीजों ने चुनावी राजनीति के लिए उनका मार्ग प्रशस्त किया है. आदित्य उद्धव ठाकरे ने चुनाव लड़ने को लेकर कहा था, मैं चुनाव लड़ रहा हूं..मैंने बड़ा कदम उठाया है. मेरे लिए यह बड़ा क्षण है और ऐतिहासिक है. मेरे खिलाफ किसी को खड़ा होने दीजिए, यह उसका अधिकार है. मैं भयभीत नहीं हूं, क्योंकि मुझे भरोसा है कि आप मुझे हारने नहीं देंगे.