World’s Best Cities: दुनिया के बेस्ट शहरों में दिल्ली का 62वां स्थान, सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को दी बधाई
कोरोना वायरस और प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्लीवासियों के लिए एक गुड न्यूज़ है. दुनिया में सबसे अच्छे शहरों की लिस्ट में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को 62वां स्थान हासिल हुआ है. दिल्ली एकमात्र ऐसा भारतीय शहर है, जो विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में स्थान बना पाया है. इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्लीवासियों को बधाई दी है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) और प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्लीवासियों के लिए एक गुड न्यूज़ है. दुनिया में सबसे अच्छे शहरों की लिस्ट में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) को 62वां स्थान हासिल हुआ है. दिल्ली एकमात्र ऐसा भारतीय शहर है, जो विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में स्थान बना पाया है. इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्लीवासियों को बधाई दी है. Delhi Winter Update: दिल्ली में पिछले 17 साल में नवंबर की सबसे सर्द सुबह, शहर के कई हिस्सों में शीत लहर
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा “सभी दिल्ली वालों के लिए खुशखबरी. सभी दिल्लीवासियों ने पिछले छह वर्षों में इसके लिए बहुत मेहनत की है. दुनिया दिल्ली में हो रहे सकारात्मक बदलावों को नोटिस कर रही है.” उधर, उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने सीएम अरविंद केजरीवाल और दिल्लीवालों को बधाई देते हुए बताया कि दिल्ली पूरे देश में अकेला ऐसा शहर है जो दुनिया का बेस्ट शहर चुना गया है और 62वें नंबर पर है. इससे पहले दिल्ली सबसे अच्छे शहरों की लिस्ट में 81वें स्थान पर था.
इस लिस्ट में शीर्ष 10 शहरों के नाम इस प्रकार है- 1. लंदन, 2. न्यूयॉर्क, 3. पेरिस, 4. मॉस्को, 5. टोक्यो, 6. दुबई, 7. सिंगापुर, 8. बार्सिलोना, 9. लॉस एंजिल्स और दसवे स्थान पर मैड्रिड शहर है. विश्व के 100 बेस्ट शहरों का नाम जानने के लिए यहां क्लिक करें.
www.bestcities.org पर 2021 के लिए जारी की गई एक वार्षिक रिपोर्ट में दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ शहरों को सूचीबद्ध किया गया है. 25 कारकों के आधार पर10 लाख से अधिक की आबादी वाले दुनियाभर के कुल 100 शहरों की रैंकिंग की गई. इन कारकों में सोशल मीडिया हैशटैग, चेक-इन, मौसम, विविधता और पर्यटकों के आकर्षण और पार्कों की संख्या आदि शामिल है. जबकि इस साल कोरोना वायरस महामारी, बेरोजगारी और आय असमानता की दर भी कारकों का हिस्सा थी.