कोरोना वायरस की फिर हो सकती है वापसी, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया को चेताया
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PIXABAY)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी का दुनिया के अधिकांश हिस्सों में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है. यहीं वजह है कि अब तक दुनियाभर में इस घातक बीमारी की चपेट में आने से 1 लाख 87 हजार से अधिक मौते हो चुकी है. हालांकि अब अधिकतर देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण चरम पर पहुंच चुका है. जबकि एशिया (Asia) के ज्यादातर हिस्सों में इसका प्रकोप कम होने लगा है. भले ही यह थोड़ी राहतभरी बात है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की मानें तो अभी खतरा टला नहीं है. बल्कि यह कोविड-19 (COVID-19) महामारी एक बार फिर पूरे दमखम के साथ वापसी कर सकती है.

डब्लूएचओ (WHO) ने विश्व को आगाह करते हुए कहा कि महामारी नए रोगजनकों के कारण होती है. जिस वजह से अधिकांश मनुष्यों की रोग प्रतिरोधक क्षमता संपर्क में आने पर अप्रभावी हो जाती है. परिणामस्वरूप दुनिया भर में फैलकर वैश्विक प्रकोप का रूप ले लेती है. ऐसे में इसको रोकने का एकमात्र तरीका वैक्सीन विकसित करना बचता है. दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस से बचाव के लिये वैक्सीन के अनुसंधान में जुटे है जबकि इलाज के लिये कई देश प्लाज्मा थेरेपी का सहारा ले रही है. क्या है Plasma Therapy, जिससे COVID -19 का इलाज करने में जुटें हैं डॉक्टर्स, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कौन डोनेट कर सकता है प्लाज्मा? यहां जानें सब कुछ

डब्लूएचओ ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि अब तक कोई सबूत नहीं मिले है, जो बताता है कि एक बार कोविड-19 से संक्रमण हो चुके लोग फिर इसकी चपेट में नहीं आ सकते है. डब्लूएचओ ने कहा कि स्वास्थ्य हुए मरीज के एंटीबॉडीज उन्हें दुबारा वायरस के हमले से बचा सकते है या नहीं वर्तमान में इसके कोई प्रमाण नहीं है. कोरोना वायरस कब होगा भारत में खत्म? जानिए क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्रालय और PIB के नए डेटा

यह खबर तब आई है जब एशिया के ज्यादातर हिस्सों में इस वायरस का प्रकोप कम होना शुरू हो गया है. चीन में शनिवार को लगातार दसवें दिन मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया और संक्रमण के महज 12 नए मामले सामने आए जिनमें से 11 विदेश से संबंधित है. जबकि भारत में अब तक कोरोना वायरस से कुल 24942 लोग पॉजिटिव पाए गए है. जबकि देशभर में 775 लोग जान गंवा चुके हैं.