World Cancer Day: डब्ल्यूएचओ ने कैंसर को रोकने, जल्द पता लगाने के लिए तेज कार्रवाई करने का अह्वान किया

विश्व कैंसर दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कैंसर को रोकने और जल्द पता लगाने के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में तेज कार्रवाई करने का आह्वान किया है.

वर्ल्ड कैंसर डे 2023 (Photo Credits: File Image)

नई दिल्ली, 4 फरवरी : विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कैंसर को रोकने और जल्द पता लगाने के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में तेज कार्रवाई करने का आह्वान किया है. 2020 में अनुमानित 9.9 मिलियन मौतों के लिए कैंसर विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है. विश्व कैंसर दिवस प्रतिवर्ष 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. 2010 और 2019 के बीच, वैश्विक कैंसर की घटनाओं में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई, साथ ही मौतों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

दुनिया भर में अनुमानित एक तिहाई कैंसर से होने वाली मौतें तंबाकू के उपयोग, उच्च बॉडी मास इंडेक्स, शराब के उपयोग, कम फल और सब्जियों के सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होती हैं. डब्ल्यूएचओ ने विश्व कैंसर दिवस पर इस वर्ष 'स्मरणोत्सव' थीम दिया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में साल 2020 में अनुमानित 2.3 मिलियन लोगों को कैंसर हुआ और 1.4 मिलियन लोगों की कैंसर के कारण मौत हुई. यह भी पढ़ें : डब्ल्यूएचओ ने कैंसर को रोकने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने का आह्वान किया

अनुमान है कि इस क्षेत्र में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से होने वाली अकाल मृत्यु में 20 प्रतिशत से अधिक कैंसर का योगदान है, जो हर साल लगभग 4.7 मिलियन लोगों की मौत का कारण कारण बनता है. साल 2020 में इस क्षेत्र में कैंसर से होने वाली कुल मौतों में से 4,00,000 मौतें फेफड़े, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के कारण हुई.

दक्षिण पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि साल 2014 के बाद से, इस क्षेत्र ने सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ कैंसर को रोकने, पता लगाने, इलाज और नियंत्रण करने के लिए कार्रवाई तेज कर दी है.

उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्र के आठ देशों में अब जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रियां (पीसीबीआर) हैं और तीन देश म्यांमार, नेपाल और श्रीलंका चाइल्डहुड कैंसर को परिचयन करने के लिए फोकस देश हैं. क्षेत्र के 11 सदस्य राज्यों में से 10 राज्य कैंसर के निदान और उपचार के लिए टर्शियरी देखभाल सेवाएं प्रदान करते हैं जिनमें सर्जिकल, कीमोथेरेपी सेवाएं शामिल हैं और नौ रेडियोथेरेपी सेवाएं भी प्रदान करते हैं.

इस क्षेत्र के पांच देश भूटान, भारत, म्यांमार श्रीलंका और थाईलैंड के पास अब राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण योजनाएं हैं, जिन्हें मालदीव और नेपाल अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं. यह क्षेत्र वर्तमान में 2010 और 2025 के बीच तंबाकू के उपयोग के प्रसार में 30 प्रतिशत सापेक्ष कमी के डब्ल्यूएचओ एनसीडी ग्लोबल एक्शन प्लान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ट्रैक पर है.

पूनम खेत्रपाल सिंह ने आगे कहा कि सर्वाइकल कैंसर पर क्षेत्र तेजी से जीवन रक्षक प्रगति हासिल कर रहा है. भूटान, मालदीव, म्यांमार, श्रीलंका और थाईलैंड ने राष्ट्रव्यापी एचपीवी टीकाकरण की शरुआत की है, जिसे बांग्लादेश, भारत और तिमोर-लेस्ते भी लॉन्च करने के लिए तैयार हैं.

इंडोनेशिया ने कई प्रांतों में लाखों लड़कियों को कवर करते हुए एचपीवी टीकाकरण की शरुआत की है. नए साक्ष्य से पता चलता है कि एचपीवी वैक्सीन की एक खुराक दूसरी खुराक शेड्यूल की तुलना में सुरक्षा प्रदान करती है, जो अतिरिक्त लागत में कमी के साथ-साथ देशों को हर महिला और लड़की तक पहुंचने में सक्षम बनाती है.

उन्होंने आगे कहा कि पिछले दो दशकों में, दुनिया ने कैंसर नियंत्रण के विज्ञान में महत्वपूर्ण प्रगति की है. हालांकि, देखभाल अंतर को बंद करने, कैंसर के अस्तित्व में सुधार लाने और एनसीडी 2025 और सतत विकास लक्ष्य लक्ष्य 2030 की दिशा में तेजी लाने के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता है.

पिछले दो दशकों में दुनिया ने कैंसर नियंत्रण के विज्ञान में उल्लेखनीय प्रगति की है. हालांकि, देखभाल के अंतर को कम करने के लिए कैंसर के अस्तित्व में सुधार करने और एनसीडी 2025 और सतत विकास गोल लक्ष्य 2030 की दिशा में तेजी लाने के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता है.

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