First Woman Army Officer at Siachen: सियाचिन ग्लेशियर पर पहली बार महिला अधिकारी तैनात, जानें कौन हैं शिवा चौहान?
Shiva Chauhan At Siachen Glacier (Photo Credit : Twitter)

First Woman Army Officer At Siachen: कड़ी परिक्षण करने के बाद शिवा चौहान की तैनाती दुनिया के सबसे ऊंचे बैटल ग्राउंड सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट पर हो गयी है. इनकी पोस्टिंग यहां तीन महीनों के लिए की गयी है. पोस्टिंग के साथ शिवा चौहान 15,632 फीट ऊंचे कुमार पोस्ट पर तैनात होने वाली भारत की पहली महिला अधिकार बन गयी हैं. जिनकी प्रशंसा प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर की है.

कौन हैं शिवा चौहान जिनकी तारीफ कर रहे हैं पीएम मोदी ?

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि “यह भारत की नारी शक्ति की भावना को दर्शाते हुए, हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा.” कुमार पोस्ट में तैनाती से पहले शिवा भारतीय सेना की फायर एंंड फ्यूरी कॉर्प्स की कैप्टन रह चुकी हैं. कैप्टन शिवा इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं और इंडियन आर्मी में इंजीनियर रेजिमेंट का हिस्सा बानी हैं. फायर एंंड फ्यूरी कोर(fire and fury corps) भारतीय सेना का 14वं कोर है. यह कोर कारगिल, लेह, चीन के साथ-साथ पाकिस्तान की सीमा रक्षा करते हैं. यह एक मात्र कोर है जो भारत की रक्षा तीनों फ्रंट पर करता है.

सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान

सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है यहां पर तापमान माइनस 35 डिग्री तक चला जाता है. सियाचिन कई बर्फ से ढ़के पहाड़ों का समूह है. POK और अक्साई चीन के केंद्र में खंजर की तरह बना ये ग्लेशियर दोनों दुश्मनों के बीच कनेक्शन रोकने का काम करता है. आठ विकलांग लोगों की एक टीम ने सितंबर 2021 में सियाचिन ग्लेशियर पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर बनी कुमार पोस्ट पर चढ़ाई करने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है.

चुनौतियाँ क्या है ?

सियाचिन पर किसी भी सैनिक की पोस्टिंग तीन महीनों से अधिक नहीं होती इसका कारण है यहां का जानलेवा मौसम. सियाचिन में सैनिकों की असली चुनौती यहां की प्रकृति से है. यहां पर 35 फीट जितनी बर्फ पड़ती है जिसकी वजह से सैनिकों को जानलेवा ठंड में डट कर दुश्मनों का सामना करना अधिक मुश्किल हो जाता है. ऐसे कठोर परिस्थिति में एक महिला अधिकारी की पोस्टिंग वाकई नारी शक्ति की मिसाल है और उन महिलों के लिए प्रेरणा है जो देश की सेवा करना चाहती हैं.