Water Crisis In Melghat: अमरावती जिले में मेलघाट के धारणी और चिखलदरा में पानी की किल्लत, टैंकर के जरिये बुझाई जा रही है 7 गांवों की प्यास

अमरावती का मेलघाट अपने खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां के कुपोषण और पानी की किल्लत के लिए भी यह हर साल सुर्खियों में रहता है. पिछले कई वर्षो से यहांपर पानी की किल्लत है, लेकिन अभी तक किसी भी सांसद ने या मंत्री ने इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है. हर साल की तरह इस साल भी यहां पानी के लिए लोगों को दर -दर भटकना पड़ रहा है. जिसके कारण यहां के सात गांवो को टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है.

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अमरावती का मेलघाट अपनी  खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन कुपोषण और पानी की किल्लत के लिए भी यह हर साल सुर्खियों में रहता है. पिछले कई वर्षो से यहांपर पानी की किल्लत है, लेकिन अभी तक किसी भी सांसद ने या मंत्री इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है. हर साल की तरह इस बार भी यहां पानी के लिए लोगों को दर -दर भटकना पड़ रहा है. जिसके कारण यहां के सात गांवो को टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है. मेलघाट के बेला , खडीमल, धरमडोह, आकी, बहाद्दरपूर और गौलखेडा बाजार में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है. इन गांवो में जलजीवन मिशन के काम पुरे नही होने की वजह से यहां पर पानी की समस्या है.इसके साथ -साथ चिखलदरा और धारणी में भी पानी की समस्या निर्माण हो गई है. यह भी पढ़े :अप्रैल में GST कलेक्शन 2.1 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा

मेलघाट यह पहाड़ी क्षेत्र है , जब बारिश होती है तो यहां का पानी नीचे बह जाता है , जिसका फायदा दुसरे गांवो को होता है, लेकिन मेलघाट के कई गांवो को यह पानी नही मिल पाता. हर साल यहांपर गर्मी के मौसम पानी की भीषण समस्या उत्पन्न होती है. पिछले 20 साल से यहांपर यह समस्या है, लेकिन ठोस उपाय और प्रशासन के उदासीन रवैय्ये के कारण यहां की अभी भी पानी की समस्या नही सुलझ पाई है.

यहां पर रहनेवाले लोगों के पास पशु भी जिसके कारण उनके पिने के पानी का भी प्रश्न निर्माण हो गया है. बताया जा रहा है जानवरों को पानी पिलाने के लिए किसानों को कई किलोमीटर तक जाना पड़ता है. तेज गर्मी के कारण यहां के जलश्रोत सुख चुके है ,जिसके कारण और भी गंभीर समस्या निर्माण हो गई है.

 

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