वाराणसी गैंगरेप केस में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश! मास्टरमाइंड Anmol Gupta के फोन से मिले 546 लड़कियों के न्यूड वीडियो

Varanasi Gang Rape Case: हाल ही में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 19 वर्षीय एक युवती के साथ गैंग रेप की घटना ने न केवल शहर को, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में 23 आरोपियों द्वारा सात दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया गया था, और अब यह मामला एक बड़े महिला तस्करी रैकेट से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, जांच के दौरान सामने आया है कि इस रैकेट में कई लड़कियों का शोषण किया गया था.

जांच में बड़ा खुलासा: आपत्तिजनक वीडियो की हुई बरामदगी

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन से 546 लड़कियों के अश्लील  वीडियो बरामद हुए हैं. ये वीडियो विभिन्न स्थानों पर, जैसे महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में शेयर किए गए थे. एक आरोपी के iPhone से ग्राहकों के डेटा भी बरामद हुए हैं. उत्तर प्रदेश के कैफे मालिक, अनमोल गुप्ता (Anmol Gupta) जो इस महिला तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, अपने फोन में इन वीडियो और आपत्तिजनक तस्वीरों को संजोकर रखता था.

गंभीर सबूतों का खुलासा: ग्राहक डेटा और वीडियो का इस्तेमाल

यह माना जा रहा है कि अनमोल गुप्ता इन वीडियो को अपने ग्राहकों को भेजता था. पुलिस ने जब मामले की तहकीकात की, तो कुछ और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. गुप्ता ने इस रैकेट में शामिल नए लड़कों को भी इन नग्न वीडियो को पास किया था. इसके अलावा, आरोपियों के फोन से एक डेटा शीट भी मिली है, जिसमें उनके नियमित ग्राहकों के नाम और नंबर शामिल हैं, जो कभी-कभी कैफे पर आते थे.

अनमोल गुप्ता: गैंग रेप के मास्टरमाइंड का खुलासा

अनमोल गुप्ता 2018 में सिगरा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक फास्ट फूड स्टॉल चलाता था. रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने 2020 में सोनिया पोखरे के पास एक छोटा सा किराए पर लिया हुआ दुकान खोला. यहां से उसने नशीली दवाओं और लड़कियों की तस्करी का अवैध धंधा शुरू किया. जल्दी ही, उसने एक कैफे चलाने के नाम पर एक सेक्स रैकेट संचालित करना शुरू किया. वह शुरू में युवतियों को नशे का पदार्थ देता, फिर उनका बलात्कार करता या किसी से कराता और वीडियो बनाकर उनका शोषण करता और ब्लैकमेल करता.

पीड़िता के परिवार द्वारा दिए गए चौंकाने वाले बयान

वाराणसी गैंग रेप की पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 29 मार्च को एक दोस्त से मिलने के लिए घर से निकली थी. जब वह कुछ देर तक वापस नहीं लौटी, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की और 3 अप्रैल को उसे लापता दर्ज करवाया. इसके बाद, पुलिस ने उसे अगले दिन गंभीर अवस्था में बरामद किया. मेडिकल उपचार के बाद, पीड़िता ने यह डरावनी जानकारी दी कि उसे सात दिनों तक 23 पुरुषों ने बलात्कृत किया.

प्रधानमंत्री मोदी का सख्त कदम

वाराणसी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले इस गैंग रेप मामले की जानकारी दी गई. प्रधानमंत्री ने तुरंत इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया और अधिकारियों को उपयुक्त उपाय लागू करने का निर्देश दिया.

यह मामला न केवल महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि कुछ लोग अवैध धंधों के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों का शोषण कर रहे हैं. इस घिनौने रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद, उम्मीद की जाती है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाएगी और समाज में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे.