Uttarakhand Foundation Day 2022: उत्तराखंड ने मनाया 23 वां स्थापना दिवस, राज्यभर में हुए कई कार्यक्रम

उत्तराखंड ने बुधवार को 23 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जहां देहरादून पुलिस लाइन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिस्सा लिया.

सीएम पुष्कर सिंह धामी (Photo: Twitter)

देहरादून, नौ नवंबर: उत्तराखंड ने बुधवार को 23 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जहां देहरादून पुलिस लाइन में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 2021 और 2022 के उत्तराखण्ड गौरव सम्मान भी प्रदान किए. सम्मान पत्र, ट्राफी एवं एक लाख रू की धनराशि से सम्मानित होने वाली हस्तियों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, फिल्म गीतकार एवं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, साहित्यकार रस्किन बॉण्ड, पर्वतारोही बछेंद्री पाल, लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी शामिल रहे. उत्तराखंड की इन जगहों पर उठाएं खूबसूरत वादियों और प्रकृति का लुफ्त, ये हैं बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन.

इसके अलावा, पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष दिवंगत जनरल विपिन रावत, पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायणदत्त तिवारी, गीतकार दिवंगत गिरीश चन्द्र तिवारी ‘गिर्दा’, साहित्यकार एवं पत्रकार दिवंगत वीरेन डंगवाल को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया.

जोशी एवं नेगी कार्यक्रम के दौरान स्वयं मौजूद रहे जबकि अन्य हस्तियों के परिवारजनों द्वारा सम्मान लिया गया. राज्यपाल ने इस मौके पर राज्यवासियों से अपने लिए तीन लक्ष्य— इमीडियेट गोल, इण्टरमीडियेट गोल और सेन्चुरी गोल यानि 2025 तक तत्काल हासिल किया जाने वाला लक्ष्य, 2030 तक तीसरे दशक की समाप्ति पर हासिल किया जाने वाला लक्ष्य और 2047 तक भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर मनाया जाने वाला लक्ष्य निर्धारित करने को कहा .

उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण से अब तक प्रदेश ने विकास के कई पैमानों पर अपनी खास जगह बनाई है. उन्होंने कहा कि '22 साल बेमिसाल' कहना गलत नहीं होगा लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है.

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 12 घोषणाएं की और कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को वर्ष 2027 तक दोगुना करने, प्रदेश में तीन माह के भीतर सरलीकृत लघु जल विद्युत नीति और सौर ऊर्जा नीति लाने, प्रति वर्ष 200 विद्यालयों तथा अगले पांच वर्षों में एक हज़ार विद्यालयों को सुदृढ़ करने का निर्णय लिया है .

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश की तर्ज़ पर उत्तराखंड में भी कम मूल्य वाली फसलों के स्थान पर उच्च मूल्य वाली फसलों को बढ़ावा देने तथा पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए तीन माह में नई पर्यटन नीति लाने का भी फैसला किया है.

धामी ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए ’गौरा शक्ति’ एप शीघ्र लांच किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड में हर जगह विकास के कार्य देखने को मिल रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा लगभग एक लाख करोड़ रूपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदेश के लिए की गयी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पिछले डेढ़ साल से मुख्य सेवक के दायित्व का निर्वहन पूरी क्षमता से कर रहे हैं और कोई ऐसा वर्ग नहीं है जिसके लिए राज्य सरकार ने योजना न बनाई हों . धामी ने चमोली जिले में स्थित प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और 11736 लाख रू की 28 योजनाओं का लोकार्पण एवं लगभग 4948 लाख रू की 22 योजनाओं का शिलान्यास किया. विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के साथ राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की .

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