कोरोना संकट के कारण यूपी वापस लौटे 16.50 लाख से ज्यादा लोग, राज्य में नौकरी देने के लिए स्किलिंग जारी

देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता चला जा रहा है. परिणामस्वरूप लॉकडाउन व बंदी जारी रहने की आशंका के चलते प्रवासी मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है. अकेले उत्तर प्रदेश में देश के विभिन्न हिस्सों से 16 लाख से अधिक मजदूर लौटे है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI|File)

लखनऊ: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता चला जा रहा है. परिणामस्वरूप लॉकडाउन व बंदी जारी रहने की आशंका के चलते प्रवासी मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है. अकेले उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में देश के विभिन्न हिस्सों से 16 लाख से अधिक मजदूर लौटे है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने प्रवासी श्रमिको को सुरक्षित साधनों से ही यात्रा करने की अपील की है. उन्होंने पुलिस को ट्रक, बाइक, साइकिल आदि से आने वाले प्रवासियों को रोकने के लिए कहा है और उन्हें घर पहुँचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने रविवार को बताया कि राज्य में शनिवार तक 16.5 लाख से ज्यादा लोग दूसरी जगहों से वापस आए है. इसमें से कल एक दिन में 1.5 लाख से ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में लौटे है. जबकि 522 से अधिक ट्रेन रविवार दोहर 2 बजे तक प्रदेश में पहुंची हैं. लगभग  6 लाख 65 हजार 369 प्रवासी ट्रेन से आए हैं. आज 87 ट्रेन और राज्य में आ रही हैं. एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर लगाया आरोप, कहा- गरीबों के लिए सील की उत्तर प्रदेश की सीमाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्धता दुहराई है. उन्होंने फील्ड में तैनात अफसरो को अन्य राज्यों से संवाद कर उत्तर प्रदेश लौट रहे श्रमिकों को श्रमिक एक्सप्रेस अथवा सुरक्षित वाहनों से भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने कहा: उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में हैं सबसे अधिक रेहड़ी पटरी वाले

जबकि, राज्य सरकार ने प्रदेश की सीमा पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की है. क्वारंटीन सेंटर ले जाकर इनकी मेडिकल स्क्रीनिंग भी की जा रही है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को क्वारंटीन सेंटर में रखने के दौरान ही उनकी स्किलिंग करने के लिए कहा है, ताकि होम क्वारंटीन पूरी होने के बाद प्रदेश में ही इन्हें रोजगार दिलाया जा सके. उप्र में 170 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को को ले जा रहे तीन कंटेनर जब्त

उधर, राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते चले जा रहे है. सूबे में कोविड-19 सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1805 हो गई है. अब तक 2444 मरीज पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. राज्य में अब तक कुल 4353 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 104 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है.

Share Now

\