अमेरिका ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी (Child Pornography) और बाल यौन उत्पीड़न (Child Sexual Exploitation) से संबंधित किसी भी विषय के प्रसार पर लगाम लगाने में भारत (India) की मदद करेगा. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों देशों के बीच हुए एक समझौते के तहत इस पर सहमति बनी है. इस संबंध में भारत के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) और अमेरिका के गुमशुदा एवं शोषित बच्चों के लिए राष्ट्रीय केंद्र (NCMEC) ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि समझौते पर हस्ताक्षर के साथ अब अमेरिका एनसीएमईसी से बाल यौन शोषण संबंधी विषयों और ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी टिपलाइन रिपोर्ट प्राप्त करने में मदद करेगा.
यह सहमति पत्र एनसीएमईसी के पास उपलब्ध एक लाख से अधिक टिपलाइन रिपोर्ट हासिल करने में भारत की मदद करेगा. यह बाल पोर्नोग्राफी एवं बाल यौन शोषण संबंधी सामग्रियों के संबंध में सूचनाएं साझा करने के लिए नया तंत्र स्थापित करने और अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की खातिर राह निकालेगा. यह भी पढ़ें- केरल में चाइल्ड पोर्नोग्राफी रैकेट का भंडाफोड़, 12 आरोपी गिरफ्तार, 16 पर केस दर्ज
अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा कानून प्रवर्तन एजेंसियां साइबर जगत से बाल पोर्नोग्राफी एवं बाल यौन शोषण सामग्री को भी हटा पाएंगी।