अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव (Iran-US Tensions) के बीच भारतीय नौसेना ( indian Navy ) हॉर्मूज स्ट्रेट से गुजरने वाले तेल टैंकरों पर अपने अफ़सरों को तैनात करने जा रही है. इससे पहले नौसेना ने ओमान की खाड़ी और फारस की खाड़ी में अपने युद्धपोत तैनात किये हैं ताकि इस क्षेत्र में मौजूद और वहां से गुजरने वाले भारतीय पोतों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारतीय कच्चे तेल वाहक देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना अल्ट्रा लार्ज क्रूड कैरियर (ULCC) सहित लगभग आधा दर्जन फारस की खाड़ी से होकर गुजरते हैं.
बता दें कि इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने दावा किया था कि ईरानी हवाईक्षेत्र का उल्लंघन करने पर अमेरिकी सैन्य निगरानी ड्रोन को गिराया गया था. जिसके बाद अमेरिका ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि वह उसका ड्रोन अंतराष्ट्रीय वायुक्षेत्र में उड़ान भर रहा था. जिसके बाद दोनों देशों में तनाव और भी बढ़ गया. वहीं अमेरिका ने ईरान और खाड़ी में हालिया घटनाक्रम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक बुलाने का आग्रह किया है. इस बैठक में खाड़ी में तेल टैंकरों पर हमले और एक अमेरिकी जासूसी ड्रोन को ईरान द्वारा मार गिराए जाने पर चर्चा होगी.
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अमेरिका ने दी चेतावनी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें ईरान पर हमला करने की कोई जल्दी नहीं है. उन्होंने खुलासा किया कि अमेरिकी बल जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार थे लेकिन बड़े पैमाने पर लोगों के हताहत होने की आशंका के मद्देनजर उन्होंने बलों को वापस बुला लिया. ईरान ने दावा किया था कि उसने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन होने पर अमेरिकी सैन्य निगरानी ड्रोन को गिरा दिया. जिसके बाद ट्रंप ने कई ट्वीट में कहा, मैं किसी जल्दबाजी में नहीं हूं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान की इस कार्रवाई का जवाब देने के लिए अमेरिकी बलों को भेजने का फैसला किया था लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया था.