बेंगलुरु, 1 जनवरी: कर्नाटक (Karnataka) बायोडाइवर्सिटी बोर्ड (केबीबी) ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि बेंगलुरु के दक्षिणी भाग में स्थित 467.53 एकड़ में फैले रोएरिच (Roerich) और देविका रानी (Devika Rani) रोएरिच एस्टेट को जैव विविधता अधिनियम 2002 के तहत 'जैव विविधता विरासत स्थल' घोषित किया जाए. केबीबी ने सरकार को एस्टेट के अंदर वाणिज्यिक पर्यटन को कम करने के लिए भी कहा, क्योंकि एस्टेट एक एलिफेंट कॉरिडोर के अलावा अद्वितीय वनस्पतियों और जीवों का घर है.
यह सिफारिश कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा (B.S. Yediyurappa) की घोषणा की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण है कि वह इस एस्टेट को एक विशाल फिल्म स्टूडियो में बदलने का इरादा रखते हैं. येदियुरप्पा ने 19 सितंबर को प्रस्तावित किया कि एक फिल्म सिटी रोएरिच और देविका रानी रोएरिच एस्टेट टाटागुनी में बनाई जाए, जो कनकपुरा (Kanakpura) रोड पर सैकड़ों एकड़ में फैली हुई है. यहां तक कि उन्होंने फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफकेसीसीआई) द्वारा आयोजित फाउंडर डे समारोह के दौरान अपने भाषण में इसे एक 'नवीन विचार' बताया था.
केबीबी के चेयरमैन अनंत हेगड़े आशीसरा (Anant Hegde Ashisara) ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "हमने पिछले हफ्ते अपनी यात्रा के दौरान हाथियों को देखा." उन्होंने कहा कि यह एस्टेट जंगली कुत्तों, सियारों और हिरनों का भी घर है. वनस्पति विज्ञानियों ने पेड़ों की 150 अनोखी प्रजातियों की पहचान की है और वन विभाग ने एक ट्री पार्क की स्थापना की है.
उन्होंने कहा, "यह जैव विविधता में समृद्ध है और इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है. मैंने कुछ दिनों पहले बोर्ड के अन्य सदस्यों के साथ एस्टेट का दौरा किया था. यह एलिफेंट कॉरिडोर का भी हिस्सा है. सरकार को एस्टेट जाने के मार्ग कनकपुरा रोड में कचरा और प्लास्टिक के ढेर के निस्तारण पर काम करना चाहिए. कर्नाटक बायोडाइवर्सिटी बोर्ड के सदस्यों को रोएरिच एस्टेट बोर्ड का हिस्सा बनाया जाना चाहिए."