![Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर हिंसा के खिलाफ कांग्रेस का 'देशव्यापी मौन' का ऐलान, 11 अक्टूबर को सभी राजभवनों, केंद्रीय कार्यालयों के बाहर होगा आयोजन Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर हिंसा के खिलाफ कांग्रेस का 'देशव्यापी मौन' का ऐलान, 11 अक्टूबर को सभी राजभवनों, केंद्रीय कार्यालयों के बाहर होगा आयोजन](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/10/Lakhmipur--380x214.jpg)
Lakhimpur Kheri violence: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में घटित हिंसा के बाद से ही कांग्रेस आक्रमक है. कांग्रेस (Congress) का आरोप है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेट चलते किसानों की जान गई है. इसलिए अजय मिश्रा के इस्तीफे के साथ ही उनके बेटे को पुलिस गिरफ्तार करे. हालांकि अजय मिश्रा अपने पद से अभी तक इस्तीफा नहीं दिए हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद यूपी पुलिस ने अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को नोटिस जारी करने के बाद आज पूछताछ के लिए बुलाई हैं. कांग्रेस लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर और आक्रमक होने जा रही हैं. यह भी पढ़े: UP Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर-खीरी हिंसा मामले में कांग्रेस की मांग, केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें
कांग्रेस ने लखीमपुर हिंसा के खिलाफ देशव्यापी मौन का किया ऐलान किया हैं. कांग्रेस के तरह से हुए ऐलान में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और बेटे सहित सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सोमवार को सुबह 10 बजे से 1 बजे तक राजभवनों, केंद्र के कार्यालयों के बाहर मौन व्रत रखें. इस दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष अपने अपने प्रदेश में अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और बेटे सहित सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगें.
Lakhimpur Kheri violence | Congress asks chiefs of its state/UT units to observe maun vrat (vow of silence) between 10 am & 1 pm on Monday outside Raj Bhavans or Central Govt offices, demanding immediate sacking of Mos Home Ajay Mishra & arrest of all culprits including his son pic.twitter.com/qN9BB5kNrS
— ANI (@ANI) October 9, 2021
वहीं लखीमपुर हिंसा मामले में कांग्रेस का आरोप है कि सरकार कार्रवाई नहीं करना चाहती, यहां तक कि आरोपी को समन भी कांग्रेस के दबाव में भेजा गया. कांग्रेस प्रवक्ता ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि ,जब से यूपी के लोगों पर सीएम के रूप में योगी आदित्यनाथ को 'थोपा' गया है तब से योगी फिल्मी डायलॉग की तरह बड़ी बातें बोलते हैं. उन्हें ये पता होना चाहिए कि सरकारें फिल्मी डायलॉग से नहीं चलती, राजधर्म से चलती है.
पवन खेड़ा ने कहा, सरकार चलाने के लिए त्याग करना पड़ता है, राजधर्म का निर्वाह करना पड़ता है. राजधर्म एक ऐसा शब्द है.. गुजरात के मुख्यमंत्री को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनको राजधर्म की याद दिलाई थी. आज फिर वो समय आ गया है, जब प्रधानमंत्री मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को राजधर्म याद दिलाने की जरूरत है. (इनपुट एजेंसी के साथ)