बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल शारदा ने Delhi-NCR में बढ़ते प्रदूषण के पीछे बताया पाकिस्तान या चीन का हाथ

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर आज पिछले एक हफ्ते के मुकाबले कम है. हवा की क्वालिटी अभी भी बेहद खराब है. बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल शारदा (Vineet Agarwal Sharda) का एक बयान सामने आया है. जिसमें वे कह रहे हैं कि दिल्ली में फैले जहरीले वायु प्रदूषण (Delhi Pollution) के पीछे पाकिस्तान और चीन का हाथ हो सकता है. उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान दोनों भारत से घबराए हुए हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने शारदा का बयान का वीडियो जारी किया है. इसमें साफ सुना जा सकता है कि ये जो जहरीली हवा आ रही है, हो सकता है किसी बगल के मुल्क ने छोड़ी हो.

बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल शारदा ( फोटो क्रेडिट- ANI )

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर आज पिछले एक हफ्ते के मुकाबले कम है. हवा की क्वालिटी अभी भी बेहद खराब है. बीजेपी नेता विनीत अग्रवाल शारदा (Vineet Agarwal Sharda) का एक बयान सामने आया है. जिसमें वे कह रहे हैं कि दिल्ली में फैले जहरीले वायु प्रदूषण (Delhi Pollution) के पीछे पाकिस्तान और चीन का हाथ हो सकता है. उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान दोनों भारत से घबराए हुए हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने शारदा का बयान का वीडियो जारी किया है. इसमें साफ सुना जा सकता है कि ये जो जहरीली हवा आ रही है, हो सकता है किसी बगल के मुल्क ने छोड़ी हो. वहीं उनके इस बयान के बाद इस मामले पर फिर से बहस शुरू हो गई है.

बता दें कि प्रदूषण की मार झेल रही राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को स्कूल तो एक बार फिर खुल गए लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी अत्यंत खराब श्रेणी में है. दिल्ली में मंगलवार शाम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 324 रहा जबकि पिछली रात यह 309 रहा था. मंगलवार को हालांकि वायु गुणवत्ता में पिछले दिनों की तुलना में काफी सुधार देखा गया था. एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.

हर साल 70 हजार लोगों की मौत की वजह बनती है वायु प्रदूषण

गौरतलब हो कि विश्वस्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार हर साल 70 लाख लोगों की मृत्यु प्रदूषित हवा के कारण होती है. सर्दियों का मौसम फिर से आ रहा है, ऐसे में आने वाले दिनों में हवा में नमी कम हो जाएगी, खेतों में भूसा जलाया जाएगा, इन सब के चलते सर्दियों में प्रदूषण अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच जाता है. पिछले 30 सालों में वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर कई घातक प्रभाव पाए गए हैं. इनमें सांस की बीमारियां जैसे अस्थमा और फेफड़ों की समस्याएं, कार्डियोवैस्कुलर रोग, गर्भावस्था में बुरे परिणाम जैसे समय पूर्व प्रसव और यहां तक कि मृत्यु जैसे परिणाम भी शामिल हैं.

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