Tomato Price Hike: दिल्ली-NCR में 140 रुपये किलो पर पहुंचे टमाटर, बढ़ते दामों पर कब लगेगा ब्रेक?
बारिश के कारण उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बाधित होने के कारण दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में टमाटर की खुदरा कीमतें 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं.
नई दिल्ली: टमाटर की कीमतों (Tomato Price) में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. हर सब्ब्जी और दाल में जरूरी टमाटर का भाव नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है और इसके चलते घरों की रसोई से रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली ये सब्जी गायब सी हो गई है. पिछले 2 हफ्तो में देश के अलग-अलग शहरों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर चुकी थी. इसके बाद कुछ शहरों में ये 120 रुपये प्रति किलो के दाम पर बेचा जाने लगा, लेकिन अब टमामटर और भी महंगा हो गया है. Vegetable Prices Hike: टमाटर ने बिगाड़ा किचन का बजट, अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान पर.
बारिश के कारण उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बाधित होने के कारण दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में टमाटर की खुदरा कीमतें 140 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं. एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी - आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें सोमवार को गुणवत्ता के आधार पर 60-120 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थीं.
रविवार को मदर डेयरी का सफल बिक्री केंद्र टमाटर 99 रुपये प्रति किलो बेच रहा था. एक ऑनलाइन खुदरा विक्रेता सोमवार को टमाटर हाइब्रिड 140 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बेच रहा था. बिगबास्केट पर टमाटर का दाम 105-110 रुपये प्रति किलोग्राम था. आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने बताया, ‘‘बारिश के कारण प्रमुख उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बाधित होने की वजह से टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.’’
क्यों बढ़ रहे हैं दाम
बारिश और देश के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण परिवहन प्रभावित होने से मंडियों में सब्जियों की कमी हो गई है और इसका असर कीमतों पर दिख रहा है. टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं और पूरे देश में यह शतक के आंकड़े को पार कर गया है. सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण शहर में लगातार बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान को बताया गया है.
दुकानदारों का कहना है कि बरसात के कारण मंडी में सब्जियों की कम सप्लाई हो रही है और जो सब्जी मंडियों में पहुंचती है वो भी ज्यादातर खराब हो जाती है. इसी के चलते सब्जियों खासकर टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. दाम अधिक होने के कारण ग्राहक ज्यादा खरीदारी नहीं कर रहे, जिसके कारण दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
कब मिलेगी राहत?
टमाटर और अन्य सब्जियों के दामों को कम करने के लिए सरकार एक्शन मोड में है. सरकार को उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बढ़ने के साथ टमाटर की कीमतें अगले 15 दिनों में कम होने और एक महीने में सामान्य स्तर पर आ जाने की उम्मीद है.
उपभोक्ता मामलों के विभाग में सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा हिमाचल प्रदेश के सोलन और सिरमौर जिलों से बेहतर आपूर्ति होने पर राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर की खुदरा कीमतें तुरंत कम हो जाएंगी.उन्होंने बताया कि सरकार इस पर गौर कर रही है और पूरे वर्ष इसकी आपूर्ति सुव्यवस्थित करने के लिए समाधान ढूंढ रही है.