चेन्नई, 29 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पूरी दुनिया भारत के युवाओं को उम्मीद की नजर से देख रही है, क्योंकि वे देश और दुनिया के विकास इंजन हैं. अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, "पूरी दुनिया भारत के युवाओं को आशा के साथ देख रही है. क्योंकि आप देश के विकास इंजन हैं और भारत दुनिया का विकास इंजन है. यह एक बहुत बड़ा सम्मान है और आप सभी पर इसकी जिम्मेदारी है." उन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में स्नातक करने वाले छात्रों को बधाई भी दी. उन्होंने कहा, "आपने अपने मन में पहले से ही अपने लिए एक भविष्य बना लिया है. इसलिए आज का दिन उपलब्धियों का ही नहीं, आकांक्षाओं का भी है." प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह अन्ना विश्वविद्यालय में सभी के लिए गर्व की बात है, क्योंकि भारत रत्न अब्दुल कलाम इसी विश्वविद्यालय से थे.
पीएम मोदी ने आगे कहा, "हम एक अनोखे समय पर स्नातक कर रहे हैं. कुछ इसे अनिश्चितता का समय कहेंगे, लेकिन मैं इसे अवसर का समय कहूंगा. वैश्विक महामारी ने हर देश का टेस्ट लिया. विपत्तियां बताती हैं कि हम किस चीज से बने हैं. अपने वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य कर्मियों और आम लोगों की बदौलत भारत ने आत्मविश्वास से अज्ञात का सामना किया. इसके चलते भारत सबसे आगे है. हमारा उद्योग सबसे आगे है." इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 69 स्वर्ण पदक विजेताओं को स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र भी प्रदान किए. समारोह में बोलते हुए, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार सभी के लिए शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उन्होंने कहा कि 2026 तक राज्य में 20 लाख युवाओं को कुशल बनाया जाएगा. यह भी पढ़ें : इंदौर में खाने का पार्सल देने जा रहे 20 वर्षीय जोमैटो कर्मचारी की लुटेरों ने की हत्या
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में शैक्षिक क्रांति हो रही है. उन्होंने छात्रों से अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों को शिक्षा के तुरंत बाद नौकरी दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का द्रविड़ मॉडल शिक्षा को बहुत महत्व देता है और कहा कि शिक्षा को चुराया नहीं जा सकतामुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि देश के प्रधानमंत्री ने खुद छात्रों के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया है. समारोह में तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए.