वांगनी रेलवे ट्रैक पर बच्चे की जान बचाने वाले जांबाज़ स्विचमैन Mayur Shelkhe को रेलवे ने किया सम्मानित, देखें क्या कहा उन्होंने
महाराष्ट्र के स्विचमैन मयूर शेल्खे (Mayur Shelkhe) को मध्य रेलवे कार्यालय में वांगनी रेलवे स्टेशन पर एक बच्चे की जान बचाने के लिए सम्मानित किया गया. मयूर शेल्खे ने 17 अप्रैल को वांगनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 2 पर चलते समय एक बच्चा अपना संतुलन खो बैठने के कारण नीचे रेलवे पटरियों पर गिर गया था.
महाराष्ट्र के स्विचमैन मयूर शेल्खे (Mayur Shelkhe) को मध्य रेलवे कार्यालय में वांगनी रेलवे स्टेशन पर एक बच्चे की जान बचाने के लिए सम्मानित किया गया. मयूर शेल्खे ने 17 अप्रैल को वांगनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 2 पर चलते समय एक बच्चा अपना संतुलन खो बैठने के कारण नीचे रेलवे पटरियों पर गिर गया था. इस दौरान दूसरी ओर से ट्रेन आ रही थी, जांबाज कर्मचारी ने अपनी जान की परवाह न करते हुए बच्चे को ऐन मौके पर बचा लिया. अगर एक सेकंड की भी देरी होती तो बच्चा ट्रेन के नीचे आ जाता. यह घटना तब हुई जब मयूर ड्यूटी पर थे. उन्होंने जैसे ही पटरी पर बच्चे को देखा, हाथ में लिया हुआ फ्लैग फेंक दिया और बच्चे को बचाने के लिए कूद गए. यह भी पढ़ें: Video: जांबाज स्विचमैन Mayur Shelkhe को सलाम, पटरी पर गिरे बच्चे को जान पर खेलकर बचाया
स्विचमैन मयूर शेल्खे को रेलवे अधिकारियों के बीच सम्मानित किया गया. उनके लिए सभी ने जोरदार तालियां बजाईं और इस काम के लिए उनकी बड़ाई की. वीडियो में आप देख सकते हैं कि मीडिया की भीड़ लगी हुई है. लोग मोबाइल और कैमरे से उनका वीडियो बनाने में लगे हुए हैं.
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इस दौरान मयूर शेल्खे ने मीडिया को बताया कि जो महिला महिला बच्चे के साथ थी, वो नेत्रहीन थी. वह कुछ नहीं कर सकी. मैं बच्चे की ओर भागा लेकिन यह भी सोचा कि मैं भी खतरे में पड़ सकता हूं. फिर भी, मैंने सोचा कि मुझे उसे बचा लेना चाहिए. महिला बहुत भावुक थी और उसने मुझे बहुत धन्यवाद दिया. रेलमंत्री पीयूष गोयल जी ने भी मुझे फोन किया.