नोएडा, 26 अक्टूबर: नोएडा पुलिस की लापरवाही का एक मामला सामने आया है. जिसके मुताबिक एक रिटायर्ड कर्नल की 11 साल पहले जमा की गई पिस्तौल थाने से गायब हो गई. जब वह थाने गए तो उन्हें वापस भेज दिया गया. अब इस मामले में नोएडा पुलिस ने तत्कालीन पुलिस कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर पिस्तौल की खोज शुरू कर दी है.
जिस वक्त यह पिस्तौल जमा की गई थी उस वक्त विधानसभा चुनाव थे. दरअसल, 2012 विधानसभा चुनाव के समय कर्नल चरणजीत सिंह (रिटायर्ड) ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल थाना सेक्टर 39 के मालखाना में जमा कराई थी. कुछ समय बाद जब उन्होंने अपनी पिस्टल वापस मांगी तो उनकी पिस्टल थाने में नहीं मिली. इसकी जांच की गई.
जांच में पाया गया कि तत्कालीन हेड मोहरीर (मालखाना) बाबू खान की लापरवाही के चलते पिस्टल लापता हुई है. मौजूदा हेड मोहरीर (मालखाना) रविंद्र सिंह की शिकायत पर तत्कालीन मालखाना मोहरीर बाबू खान के खिलाफ धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बताया जाता है कि बाबू खान दीवान से दरोगा होकर मौजूदा समय में सेवानिवृत्त हैं. कर्नल चरणजीत सिंह (रिटायर्ड) के मुताबिक वह 11 वर्ष से अपनी पिस्टल के लिए थाना सेक्टर 39 और अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक उनकी पिस्टल वापस नहीं मिली है. एसीपी ने बताया कि जल्द ही पिस्टल की तलाश कर रिटायर्ड कर्नल को वापस की जाएगी.