मुंबई में बरसात की वजह से सड़क के गड्ढे जानलेवा हो गए हैं, पाने भरने की वजह से पता ही नहीं चलता कि सड़क कहां है और गड्ढे कहां. इन गड्ढों की वजह से हर साल बहुत से लोगों की जानें जाती हैं, जिसके बाद भी बीएमसी के कानो तले जूं तक नहीं रेंगती. इस बार सड़क के गड्ढे की वजह से किसी आम इंसान नहीं बल्कि एक ट्रैफिक कॉन्स्टेबल संजय मासाराम पाटील की जान गई है. 56 वर्षीय कॉन्स्टेबल कल्याण-बदलापुर रोड पर लगे ट्रैफिक को खुलवाने के लिए अंबरनाथ के महात्मा गांधी चौक की ओर जा रहे थे. तभी रास्ते में एक गड्ढे को बचाने के लिए वह एक ओर हुए और उन्हें एक ट्रैक ने पीछे से आकर कुचल दिया. पुलिस ने ट्रक चालाक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. ये घटना रात पौने नौ बजे हुई. इस घटना के बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां उनकी मौत हो गई.
इस घटना के बाद अंबरनाथ नगर निगम के मुख्य अधिकारी देवीदास पवार ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया. अपने बयान में उन्होंने मीडिया को बताया कि सड़क के गड्ढे भरने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है. हमने मानसून से पहले कुछ गड्ढे भरे थे लेकिन सारे गड्ढे भरे नहीं जा सके. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है, लोग कॉन्स्टेबल की हत्या के आरोपी के खिलाफ पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराने गए थे. लोगों का कहना है कि अंबरनाथ के पास कल्याण-बदलापुर मार्ग पर कई खतरनाक गड्ढे हैं, लेकिन विभाग कुछ नहीं कर रहा है, उनके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए.
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इस घटना के बाद नगर निगम और पीडब्ल्यूडी एक दूसरे पर आरोपी प्रत्यारोप लगा रही है, एल्किन कोई भी इस घटना की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेने के लिए तैयार नहीं हैं.