उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर हुए हिमस्खलन में 29 ट्रैकर्स फंस गए. हिमस्खलन में फंसे 29 में से 10 के शव बरामद हो गए हैं. हालांकि 19 लोग अब भी लापता हैं. वहीं NDRF, SDRF और सेना का रेस्क्यू अभियान जारी है. भारतीय वायुसेना ने फंसे हुए ट्रैकर्स के रेस्क्यू के लिए 2 चीता हेलिकॉप्टर्स को तैनात किया. Kedarnath Avalanche VIDEO: केदारनाथ के पास बर्फ का पहाड़ खिसका, हिमस्खलन से मंदिर को कोई नुकसान नहीं.
उत्तराखंड एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने एएनआई को बताया कि द्रौपदी की डंडा-2 पर्वत चोटी पर लगातार भारी बर्फबारी हो रही है. इसके बावजूद, एनआईएम पर्वतारोहण प्रशिक्षुओं को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के माध्यम से खोज के प्रयास जारी हैं.
अभी भी भारी बर्फबारी जारी
Uttarakhand SDRF Commandant Manikant Mishra tells ANI that there is continuous heavy snowfall on Draupadi's Danda-2 mountain peak. Despite this, recce efforts are underway through IAF helicopters to rescue NIM mountaineering trainees.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 4, 2022
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि ‘निम’ के 34 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों और सात प्रशिक्षकों की एक टीम वापस आते समय हिमस्खलन में फंस गई. उन्होंने कहा कि दस शव दिखे हैं जिनमें से चार को बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि हिमस्खलन सुबह 8.45 बजे हुआ.
उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि फंसे लोगों में से आठ को उनकी टीम के सदस्यों ने बचाया. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करके कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों की एक टीम ने बचाव अभियान शुरू किया है. मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी फोन पर बात की और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद मांगी.