भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार में की सबसे तेज तर्रार नेता के रूप में अपनी छवि कायम करने वाली केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आगामी 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया. सुषमा स्वराज ने मध्य प्रदेश में एक चुनावी रैली के दौरान सभा को संबोधित करते हुए इस बड़े ऐलान की घोषणा की. सुषमा स्वराज की छवि बीजेपी में एक कद्दावर नेता की रही हैं और पीएम मोदी सरकार में बड़ा कद रखती हैं.
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद हैं. लेकिन पिछले काफी समय से उनकी तबियत ठीक नहीं चल रही थी. इस दौरान बीच में कई बार वो अस्पताल में भर्ती रहीं. सुषमा स्वराज मूलरूप से हरियाणा के अंबाला कैंट की रहने वाली हैं. सुषमा स्वराज वकालत के पेशे से जुड़ी हुई थी लेकिन आब में राजनीति में आई. सुषमा स्वराज का कद बीजेपी में दिग्गज नेताओं में होती है. आज मोदी सरकार में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, वहीं जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी उन्हें सूचना प्रसारण मंत्री का पद दिया गया था.
यह भी पढ़ें:- तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2018 : असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस की खोली पोल, कहा- रैली रद्द करने के लिए दिया 25 लाख का ऑफर
सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन
सुषमा स्वराज ने 1970 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति कदम रखा था. इस दौरान जयप्रकाश आंदोलन में हिस्सा भी लिया. वहीं साल 1975 में स्वराज कौशल के साथ सुषमा की शादी हुई. सुषमा स्वराज के नाम 1977 में चौधरी देवीलाल की कैबिनेट में 25 वर्ष की उम्र में ही राज्य की कैबिनेट मंत्री बनने का रिकॉर्ड दर्ज है. 27 साल की उम्र में वे जनता पार्टी (हरियाणा) की प्रमुख भी बनी थीं.
It is the party which decides, but I have made up my mind not to contest next elections: External Affairs Minister and Vidisha MP Sushma Swaraj pic.twitter.com/G3cHC6pKGh
— ANI (@ANI) November 20, 2018
सुषमा स्वराज भारतीय संसद की एकमात्र महिला सांसद हैं, जिन्हें ‘असाधारण सांसद’ के पुरस्कार से नवाजा गया है. 1975 में सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट स्वराज कौशल से उनका विवाह हुआ. दोनों का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने विशेष कपल के रूप अपने बुक दर्ज है. सुषमाजी के प्रभावशाली भाषण का ही कमाल है कि अक्सर संसद में विपक्ष भी उनकी तारीफ़ करने से खुद को रोक नहीं पाए. बता दें कि 2014 का चुनाव जीतने के बाद सुषमा को मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया था.