ट्रक चालकों की हड़ताल का चौथा दिन: फलों व सब्जियों सहित कारोबार पर पड़ा बड़ा असर, जानिए आपके राज्य का हाल
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने डीजल को माल एवं सेवा कर GST के दायरे में लाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है.
नई दिल्ली: ट्रक चालकों की देशव्यापी अनिश्चिकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी है. इस हड़ताल के चलते आनेवाले दिन में आम आदमी को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि अभी तक तीन दिनों में हड़ताल का मिला-जुला असर दिखा है. दूसरी तरफ ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल व बारिश के कारण सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं. कुछ ही दिनों में सब्जियों के दाम दोगुने से अधिक हो गए हैं. ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल जारी होने के कारण आम व केले के अलावा प्याज, नींबू, अदरक की सप्लाई बंद होने से इनके भाव आसमान छू सकते हैं. हालांकि इसको लेकर अबतक औपचारिक खबर सामने नहीं आयी है.
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने डीजल को माल एवं सेवा कर GST के दायरे में लाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है.
ये हैं ट्रांसपोर्टर यूनियन की मुख्य मांगें-
-डीजल की कीमतें कम हो.
-टोल प्लाजा पर बैरियर बंद हो.
-राष्ट्रीय स्तर पर समान मूल्य निर्धारित हो.
-ट्रांसपोर्टरों पर टीडीएस खत्म हो.
-थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी की छूट हो.
बता दें कि एआईएमटीसी के की केंद्रीय समिति के अध्यक्ष बाल मलकीत सिंह ने दावा किया , ‘‘ हमारे पास देशभर से खबरें हैं कि दिल्ली-NCR, महाराष्ट्र , गुजरात, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, चंडीगढ़ , उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और जम्मू कश्मीर में परिचालन पूरी तरह रूका हुआ है. इसके साथ ही संगठन का दावा है किया कि उससे करीब 93 लाख ट्रक चालक जुड़े हुए हैं.
दूसरी तरह देशभर में चल रही ट्रक हड़ताल से जहां एक तरफ बाहर से माल की सप्लाई पूरी तरह से रुकी हुई है तो दूसरी तरफ शहर के आसपास जाने वाली सप्लाई भी पूरी तरह से ठप हो गई.
गौरतलब है कि डीजलों की दरों में कमी, इंश्योरेंस पॉलिसी व अन्य मांगों को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने 20 जुलाई से पूरे देश में बेमियादी ट्रक हड़ताल की घोषणा की है.