Nashik: बांग्लादेशी हिंदुओं पर हिंसा के खिलाफ बंद के दौरान नासिक में झड़प, कई पुलिसकर्मी घायल; भद्रकाली इलाके में लगा कर्फ्यू
इस घटना में कुल 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. नासिक पुलिस ने कहा कि वे उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में हैं.
नासिक, 16 अगस्त: महाराष्ट्र के नासिक शहर में शुक्रवार को सकल हिंदू मोर्चा ने के नासिक बंद के दौरान दो गुटों में हिंसा भड़क गई. बंद की यह घोषणा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में थी. लेकिन भद्रकाली इलाके के कुछ दुकानदारों द्वारा इस अपील का पालन न करने के कारण इस इलाके में दो गुटों के बीच विवाद हो गया. विवाद बढ़ने के बाद दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और वाहनों में तोड़फोड़ की. पथराव के बाद भद्रकाली इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. घटना में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है. स्थिति को देखते हुए भद्रकाली इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
हिंसा में 18 पुलिसकर्मी घायल
मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में कुल 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. नासिक पुलिस ने कहा कि वे उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में हैं. पुलिस ने बताया, बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आयोजित सकल हिंदू मार्च के दौरान दो समूहों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और जमकर पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई.
स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. हिंसा को रोकने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर आंसू गैस के गोले छोड़े. इलाके में तनाव अब भी बरकरार है. इलाके में शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
दरअसल सकल हिंदू मार्च, जो बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में आयोजित किया गया था. इसी रैली के दौरान हालात अचानक बिगड़ गए. जब मार्च कर रहे लोग नासिक के भद्रकाली इलाके में पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद एक अन्य समूह के साथ उनकी बहस शुरू हो गई. यह बहस धीरे-धीरे उग्र हो गई और फिर दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव शुरू हो गया.
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद से वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसे में भारत में भी इसका विरोध हो रहा है. इसको लेकर नासिक में सकल हिंदू मोर्चा ने शुक्रवार को नासिक बंद का आह्वान किया था.