ऐसे स्टार्टअप्स जो समय के साथ खुद को ढालेंगे, वही बचे रहेंगे
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

हैदराबाद, 29 मई : स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में सभी मौजूदा चुनौतीपूर्ण स्थिति को एक गुजरते चरण के रूप में देख रहे हैं और उनका मानना है कि बहुत सुधार हो रहा है. इसके परिणामस्वरूप सबसे अच्छी कंपनियां अपना अस्तित्व बचाए रखेंगी. अर्ली-स्टेज वेंचर फंड फर्म 50के वेंचर्स के संस्थापक संजय एनिसेट्टी इसे स्टार्टअप्स के लिए दिलचस्प समय बताते हैं. एनिसेट्टी ने आईएएनएस को बताया, "यह दिलचस्प समय है, स्टार्टअप्स के लिए बुरा समय नहीं है. यह समय केवल अच्छी कंपनियां के ही रहने का है. जिन संस्थापकों में ढृढ़ता और खुद को समय के अनुसार ढालने की क्षमता है, वे व्यवसाय में टिके रहेंगे और अन्य जो तैयार नहीं हैं और सिर्फ लहर की सवारी करना चाहते हैं, निश्चित रूप से उनका पतन होगा."

उनका मानना है कि यह सिर्फ एक खत्म होने वाला चरण है. इसमें बहुत सारे सुधार होंगे, जिसमें अच्छी कंपनियां बनी रहेंगी. "यह 2-3 तिमाहियों के लिए सिर्फ एक अस्थायी चरण है. एक तरह से यह अच्छा है क्योंकि बहुत सारी धूल छंट जाएगी और केवल अच्छी कंपनियां ही रहेंगी." एनिसेट्टी का कहना है कि बहुत सी कंपनियों को लागत में कटौती और संसाधन घटाने का काम करना होगा. मैं सीरीज बी और सी नहीं देख रहा हूं. बहुत सारे फंड को रोक कर रखा गया है. यह भी पढ़ें : लापता महिला जज का शव दक्षिणी दिल्ली में भाई के घर मिला

उन्होंने बताया कि पिछले साल कई कंपनियों ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया था. लगभग हर महीने, 1-2 कंपनियां यूनिकॉर्न बन गईं और संख्या 100 तक पहुंच गई. दूसरी तरफ, आईपीओ का बुखार था, और हर कंपनी आईपीओ के लिए जाना चाहती थी. जब पतन शुरू हुआ, तो वास्तविकता का सबको सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, "यूनिकॉर्न का दर्जा इसलिए बनाया गया था ताकि वे आईपीओ दौर में तेजी से ट्रैक कर सकें. मूलभूत अधिकारों के बिना यह इतना आसान नहीं है. जैसा कि कई रिपोर्ट दिखाती हैं कि 100 यूनिकॉर्न में केवल 17 लाभदायक हैं. अन्य यूनिकॉर्न राजस्व के मामले में अत्यधिक नकारात्मक हैं. मौलिक रूप से किसी भी व्यवसाय के लिए, वित्तीय अनुशासन जरूरी है."