कारगिल: गोरखा रेजिमेंट के जवान देव बहादुर वीरगति को प्राप्त, सीमा पर गश्त के दौरान गलती से लैंडमाइन पर पड़ गया था पैर
कारगिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर ड्यूटी करते हुए एक वीर सपूत की जान चली गई है. बताया जा रहा है कि शनिवार रात को सीमा पर गश्त के दौरान भारतीय सेना के गोरखा रेजिमेंट्स (Gorkha Regiments) के जवान देव बहादुर (Dev Bahadur) का पैर गलती से लैंडमाइन (Landmine) पर पड़ गया. जिस वजह से जोरदार विस्फोट हो गया.
नई दिल्ली: कारगिल (Kargil) सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर ड्यूटी करते हुए एक वीर सपूत की जान चली गई है. बताया जा रहा है कि शनिवार रात को सीमा पर गश्त के दौरान भारतीय सेना के गोरखा रेजिमेंट्स (Gorkha Regiments) के जवान देव बहादुर (Dev Bahadur) का पैर गलती से लैंडमाइन (Landmine) पर पड़ गया. जिस वजह से जोरदार विस्फोट हो गया और वह वीरगति को प्राप्त हो गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंड का एक और वीर सपूत देव बहादुर वीरगति को प्राप्त हुआ है. उनके शहादत की खबर सुनते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. इस दुख की घड़ी में शहीद के परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है. दुखद खबर की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक राजेश शुक्ला के साथ ही एसडीएम विवेक प्रकाश भी शहीद के परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे. देव बहादुर साल 2016 में गोरखा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे.
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उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने देव बहादुर की शहादत को सलाम करते हुए कहा “लेह-लद्दाख सीमा पर अपना फर्ज निभाते हुए गौरीकला के किच्छा निवासी 24 वर्षीय जवान करन देव उर्फ देव बहादुर ने सर्वोच्च बलिदान दिया है. मैं उनके बलिदान को शत-शत नमन करता हूं. ईश्वर शहीद के परिजनों को धैर्य प्रदान करें. सरकार हमेशा शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है.”