
जम्मू और कश्मीर, 15 मई: जम्मू के स्कूल शिक्षा निदेशालय ने बुधवार को घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर के कुछ सीमा क्षेत्रों में आज से स्कूल फिर से खुलेंगे. भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव के कारण बंद रहे स्कूल अब फिर से खुलने लगे हैं, जिससे बच्चों और उनके माता-पिता को बड़ी राहत मिली है.
जम्मू के चौकी चौरा, भलवाल, डांसल, गांधी नगर जैसे इलाकों में स्कूल खुलेंगे. वहीं, सांबा जिले के विजयपुर और कठुआ जिले के बारनोटी, लखनपुर, Sallan, और घाटवाल क्षेत्रों में भी स्कूल खोल दिए गए हैं.
राजौरी जिले के पीरी, कालाकोटे, थनमंडी, मोगला, कोटरांका, खवास, लोअर हथल और दरहल, और पूंछ जिले के सुरनकोट व बुफलियाज में भी स्कूल खुलेंगे.
यह कदम सामान्य स्थिति की ओर बढ़ने की ओर एक महत्वपूर्ण संकेत है ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो और वे अपने स्कूल जारी रख सकें.
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हिंसा कम होने और बातचीत के बाद धीरे-धीरे जीवन सामान्य हो रहा है. स्कूलों का फिर से खुलना इस सामान्यता की एक बड़ी निशानी है.
उधमपुर से सुबह के दृश्य दिखाते हैं कि बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर पढ़ाई पर लौटने को लेकर बहुत उत्साहित हैं. उन्होंने बिना किसी रुकावट के पढ़ाई शुरू कर दी है.
स्कूलों के खुलने से स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली है और वे अपने रोजमर्रा के कामों में फिर से लग गए हैं.
आज उधमपुर जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूल, साथ ही कठुआ जिले के बानी, बशोली, महानपुर, भद्दू, मल्हार और बिल्लावर इलाकों के स्कूल भी खुल गए हैं.
पिछले कुछ दिनों पहले पाकिस्तान और पीओजेके में भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए थे. यह कार्रवाई 26 लोगों की जान लेने वाले पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी.
सरकार ने साफ कहा था कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए.
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से की गई सैन्य हरकतों को भी सफलतापूर्वक रोका और पाकिस्तान के कई एयरबेस को निशाना बनाया.
अब दोनों देशों के बीच बातचीत के जरिए फायरिंग और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बन गई है, जिससे यहां शांति और स्थिरता की उम्मीद बढ़ गई है.