सुप्रीम कोर्ट ने कड़े लफ्जों में कहा- प्रधानमंत्री के पास उद्घाटन के लिए वक्त नहीं, तो 1 जून से खोल दें एक्सप्रेसवे
महज पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन के लिए लटके ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर उच्चतम न्यायालय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जल्द से जल्द चालू करने का आदेश दिया है. बता दें की कुंडली से पलवल तक गाजियाबाद के रास्ते जाने वाला 135 किलो मीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनकर पूरी तरह से तैयार है.
नई दिल्ली: महज पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन के लिए लटके ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर उच्चतम न्यायालय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जल्द से जल्द चालू करने का आदेश दिया है. बता दें की कुंडली से पलवल तक गाजियाबाद के रास्ते जाने वाला 135 किलो मीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनकर पूरी तरह से तैयार है लेकिन पीएम मोदी की व्यस्तता की वजह से इसका उद्घाटन नहीं हो पाया है.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को आदेश दिया है कि अगर प्रधानमंत्री के पास उद्घाटन के लिए समय नहीं है और 31 मई तक उद्घाटन नहीं होता है, तो 1 जून में इसे आप पब्लिक के लिए खोल दें.
जस्टिस मदन बी लोकुर ने कहा, "मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री अगले कुछ दिनों तक उपलब्ध नहीं रहेंगे. उनका इंतजार क्यों किया जा रहा है? ये रोड दिल्ली के लोगों की ज़रूरत है." कोर्ट ने ये भी कहा कि मेघालय हाई कोर्ट की इमारत 5 साल से बिना औपचारिक उद्घाटन के इस्तेमाल हो रही है.
दिल्ली के लिए यह एक्सप्रेसवे किसी वरदान से कम नहीं है. कुंडली से पलवल तक बने इस एक्सप्रेसवे के जरिए 135 किलोमीटर की यात्रा केवल 70 मिनट में पूरी हो सकती है. इसके साथ ही हरियाणा से यूपी जाने वाले वाहनों को दिल्ली से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा. जिससे राजधानी में ट्राफिक और प्रदुषण दोनों कम हो जाएंगे. एक शहर से दुसरे शहर आसानी से जाने के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर सात इंटरचेंज बनाए गए है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्सप्रेसवे का 29 अप्रैल को उद्घाटन होने वाला था लेकिन पीएम मोदी के व्यस्त कार्यक्रम की वजह से तारीख बढ़ा दी गई. इससे पहले भी इसकी उद्घाटन की तारीख को आगे बढ़ाया गया था.