नयी दिल्ली, 18 मई: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 83 प्रतिशत उछलकर 16,694.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. मुख्य रूप से ब्याज आय बढ़ने तथा फंसे कर्ज के एवज में कम प्रावधान से लाभ बढ़ा है. एसबीआई ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी.
इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में एसबीआई का शुद्ध लाभ एकल आधार पर 9,113.53 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2022-23 की मार्च तिमाही में ब्याज आय 31 प्रतिशत बढ़कर 92,951 करोड़ रुपये रही. फंसे कर्ज (एनपीए) के एवज में प्रावधान मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में कम होकर 3,315.71 करोड़ रुपये रहा जो 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में 7,237.45 करोड़ रुपये था.
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में एसबीआई का शुद्ध लाभ 59 प्रतिशत बढ़कर 50,232.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इससे पूर्व वित्त वर्ष 2021-22 में लाभ 31,675.98 करोड़ रुपये था. एसबीआई ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के लिये 11.30 रुपये (1130 प्रतिशत) का लाभांश देने की सिफारिश की है. लाभांश भुगतान की तिथि 14 जून तय की गयी है.
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