141 MPs Suspended: सांसदों के निलंबन पर बोले संजय राउत, लोकतंत्र के मंदिर को बना दिया उसका श्मशान!
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बुधवार को भाजपा पर संसद को, जिसे उन्होंने "लोकतंत्र का मंदिर" कहा था, श्मशान में तब्दील करने और फिर वहां राम मंदिर का उद्घाटन करने की भव्य योजना बनाने का आरोप लगाया.
नई दिल्ली, 20 दिसंबर : शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बुधवार को भाजपा पर संसद को, जिसे उन्होंने "लोकतंत्र का मंदिर" कहा था, श्मशान में तब्दील करने और फिर वहां राम मंदिर का उद्घाटन करने की भव्य योजना बनाने का आरोप लगाया. राउत ने 141 लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के अभूतपूर्व निलंबन पर तीखी प्रतिक्रिया में राउत ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा उन्मत्त हो गई है.
उन्होंने कहा, “पहले आप लोकतंत्र के मंदिर, हमारी संसद को श्मशान में बदल देते हैं और फिर अयोध्या में राम मंदिर का बड़े धूमधाम से उद्घाटन करने की योजना बनाते हैं… हम इस तरह के दोहरेपन में कभी शामिल नहीं होते हैं. आपको भगवान राम का आशीर्वाद कभी नहीं मिलेगा.” उन्होंने कहा कि केंद्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि अयोध्या में राम मंदिर की दिव्यता के साथ-साथ संसद की पवित्रता भी बरकरार रहे और उन्होंने कसम खाई कि विपक्षी दल लोकतंत्र और संसद के लिए लड़ना जारी रखेंगे. यह भी पढ़ें : सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं: मांडविया
राउत ने कहा कि 141 सांसदों का निलंबन कोई "ऐतिहासिक" घटना नहीं है, बल्कि भाजपा और उसके अंधभक्तों की बेशर्मी का उदाहरण है, जिसने देश में लोकतंत्र को राख कर दिया है. एसएस-यूबीटी नेता की कड़ी टिप्पणी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा 13 दिसंबर को संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र के एक दिन बाद आई है. पवार ने गंभीर घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री के बयान की माँग करने वाले सांसदों के निलंबन की आलोचना करते हुए कहा था कि लोकतंत्र में यह उनका अधिकार है. उन्होंने सुरक्षा चूक पर भी चिंता व्यक्त की.