Mumbai: कांदीवली में गणपति विसर्जन के दौरान हंगामा और महिला पुलिस कांस्टेबल छेड़छाड़, गैंगस्टर समेत चार आरोपी गिरफ्तार
मुंबई पुलिस ने कांदिवली के दहानुकरवाड़ी इलाके में गणपति विसर्जन के दौरान हंगामा करने और महिला पुलिसकर्मी से छेड़छाड़ करने के आरोप में एक गैंगस्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान 45 वर्षीय हरीश राम मांडवीकर, 34 वर्षीय दीपक गौतम पांडे, 30 वर्षीय सुभाष हनुमानराव चौधरी और 39 वर्षीय राजेश अरुण कोकिसरेकर के रूप में हुई है.
Mumbai: मुंबई पुलिस ने कांदिवली के दहानुकरवाड़ी इलाके में गणपति विसर्जन के दौरान हंगामा करने और महिला पुलिसकर्मी से छेड़छाड़ करने के आरोप में एक गैंगस्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों की पहचान 45 वर्षीय हरीश राम मांडवीकर, 34 वर्षीय दीपक गौतम पांडे, 30 वर्षीय सुभाष हनुमानराव चौधरी और 39 वर्षीय राजेश अरुण कोकिसरेकर के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि हरीश मांडवीकर और उसके साथी गणपति विसर्जन के दौरान प्रतिबंधित कतार में जबरन घुस गए थे. इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को धमकाया और एक महिला पुलिस कांस्टेबल को धक्का देकर भगा दिया.
पुलिस अधिकारी ने उनसे कतार में आकर विसर्जन करने का अनुरोध किया, लेकिन वह नहीं मानें और पुलिस कर्मियों से बहस करने लगे.
कौन है गैंगस्टर मांडवीकर?
मांडवीकर कुख्यात गैंगस्टर के तौर पर जाना जाता है. शहर में उसके खिलाफ जबरन वसूली, मारपीट और हत्या के 10 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसे 2008 में मटका किंग सुरेश भगत (Kalyan Satta Matka King Suresh Bhagat)की कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के मुख्य आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया गया था. मांडवीकर को इससे पहले 2012 में क्राइम ब्रांच यूनिट 7 ने अपने आदमियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. मुंबई क्राइम ने उसे फरवरी 2020 में कांदिवली के एक व्यवसायी से 10 लाख रुपये की जबरन वसूली करने के आरोप में फिर से गिरफ्तार किया था.
दिसंबर 2020 में, महाराष्ट्र एटीएस ने मांडवीकर और उसके सहयोगी साजिद इलेक्ट्रिकवाला को आर्थर रोड जेल से हिरासत में लिया, जब मांडवीकर ने एक अन्य मामले में इलेक्ट्रिकवाला के पक्ष में झूठे सबूत देने के लिए एक गवाह को धमकाया था. मांडवीकर दिसंबर 2020 से पिछले साल तक जेल में था और पिछले साल जमानत पर रिहा हुआ था.