Ram Mandir Bhumi Pujan: राम मंदिर पर पाकिस्तान ने दिया बयान तो भारत ने दिया करारा जवाब, देश के आंतरिक मामलों में न दे नसीहत, आतंकवाद में संलिप्त PAK के इस रुख पर हैरानी नहीं

भारत के खिलाफ जहर उगलने से कभी बाज नहीं आता है पाकिस्तान. एक बार फिर इसी तरह की नापाक हरकत पाक ने की है. दरअसल पाकिस्तान (Pakistan) की बौखलाहट की वजह अयोध्या में बन रहा भगवान श्री राम का मंदिर (Ram Temple) है. एक तरफ जहां सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हर भारतवासी सम्मान कर रहा है. वहीं पाकिस्तान इस खुशी के पल में जहर बोने का काम करने में लगा है. राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर पाकिस्तान ने एतराज जताया है. उसने कहा कि भारत में बढ़ते बहुसंख्यवाद को भी दिखाता है जहां अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं. वहीं पाकिस्तान के सवाल पर भारतीय विदेश मंत्रलाय (MEA) ने करारा जवाब दिया है.

राम मंदिर का मॉडल (Photo Credits: ANI)

भारत के खिलाफ जहर उगलने से कभी बाज नहीं आता है पाकिस्तान. एक बार फिर इसी तरह की नापाक हरकत पाक ने की है. दरअसल पाकिस्तान (Pakistan) की बौखलाहट की वजह अयोध्या (Ayodhya) में बन रहा भगवान श्री राम का मंदिर (Ram Temple) है. एक तरफ जहां सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हर भारतवासी सम्मान कर रहा है. वहीं पाकिस्तान इस खुशी के पल में जहर बोने का काम करने में लगा है. राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर पाकिस्तान ने एतराज जताया है. उसने कहा कि भारत में बढ़ते बहुसंख्यवाद को भी दिखाता है जहां अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं. वहीं पाकिस्तान के सवाल पर भारतीय विदेश मंत्रलाय (MEA) ने करारा जवाब दिया है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने पाकिस्तान को भारत के मामलों में हस्तक्षेप करने से दूर रहने को भी कहा. हमने भारत के आंतरिक मामले पर इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के प्रेस बयान को देखा है. उसे (पाकिस्तान) भारत के मामलों में हस्तक्षेप करने से दूर रहना चाहिए और साम्प्रदायिक भावना भड़काने से बचना चाहिए. उन्होंने आगे कहा, यह एक ऐसे देश के संबंध में आश्चर्यजनक नहीं है जो सीमापार आतंकवाद का अनुपालन करता है और अपने ही अल्पसंख्यकों को धार्मिक अधिकारों से वंचित करता है.

ANI का ट्वीट:- 

दरअसल अयोध्या में भूमि पूजन के बाद अपने एक बयान में पाकिस्तान ने आलोचना करते कहा था, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (FO) ने एक बयान में कहा , भारतीय सुप्रीम कोर्ट के गलत निर्णय ने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया हो गया, जो न केवल न्याय पर आस्था की प्रधानता को दर्शाता है, बल्कि आज के भारत में बढ़ते बहुसंख्यवाद को भी दिखाता है जहां अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं. (भाषा इनपुट)

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