Raksha Bandhan 2019: बिहार में भाई ने बहन को रक्षाबंधन पर 'शौचालय' के रूप में दिया अनोखा उपहार
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के पावन पर्व 'रक्षाबंधन' पर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी क्षमता के मुताबिक बहन को उपहार देते हैं. इस परंपरा को निभाते हुए एक भाई ने अपनी बहन को उपहार में शौचालय दिया, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में है. कटिहार जिले के रामपुर गांव की रहने वाली ललिता देवी के भाई गणेश प्रसाद ने रक्षाबंधन पर्व पर अपनी प्यारी बहन को शौचालय बनवाकर दिया.
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के पावन पर्व 'रक्षाबंधन' (Raksha Bandhan) पर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी क्षमता के मुताबिक बहन को उपहार देते हैं. इस परंपरा को निभाते हुए एक भाई ने अपनी बहन को उपहार में शौचालय (Toilet) दिया, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में है. बिहार (Bihar) के कटिहार (Katihar) जिले के रामपुर गांव की रहने वाली ललिता देवी के भाई गणेश प्रसाद ने रक्षाबंधन पर्व पर अपनी प्यारी बहन को शौचालय बनवाकर दिया. इस अनोखे उपहार को पाकर ललिता देवी भी खुश हैं. ललिता कहती हैं कि आर्थिक रूप से कमजोर रहने के कारण अब तक वह अपने घर में शौचालय नहीं बनवा सकी थीं. उन्होंने कहा, "पैसे की तंगी के बीच किसी तरह मिट्टी का अपना घर तो बनवा लिया, लेकिन शौचालय नहीं बनवा पाई थी. पिछले दिनों जब भाई मेरे घर आए तब उन्हें पता चला कि मुझे शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है, जो उन्हें उचित नहीं लगा. भाई ने शौचालय बना दिया और कहा कि यह रक्षाबंधन का उपहार है."
पूर्णिया जिले के जलालगढ़ के रहने वाले गणेश प्रसाद ने कहा कि बहन को उपहार देने के लिए रक्षाबंधन पर्व से अच्छा और पावन मौका और कोई नहीं हो सकता. यही सोचकर उन्होंने यह अनूठे उपहार दिया, जिसे पाकर उनकी बहन भी खुश हैं. उन्होंने कहा, "पिछले दिनों जब मैं बहन के घर आया था, तब घर में शौचालय नहीं होने की जानकारी मिली थी, तभी मैंने उसे रक्षाबंधन पर शौचालय बनवाकर देना तय कर लिया था."
गणेश ने यह बताया कि इस कार्य के लिए उन्होंने बिहार रूरल लाइवलीहुड प्रोजेक्ट यानी जीविका की भी मदद ली है. उन्होंने कहा कि आज शौचालय सभी घर में होना अनिवार्य है. हसनगंज प्रखंड के परियोजना पदाधिकारी हिमांशु शेखर भी एक भाई की इस सराहनीय पहल की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी ही सोच से समाज में बदलाव आता है. यह भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2019: साल में सिर्फ एक बार रक्षाबंधन के दिन खुलता है भगवान विष्णु का यह मंदिर, जानिए इससे जुड़ी पौराणिक मान्यता
उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की ओर से भी खुले में शौच से मुक्ति का अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अन्य लोगों को भी गणेश से सीख लेनी चाहिए. बहरहाल, एक भाई के इस अनूठे उपहार की चर्चा क्षेत्र में खूब हो रही है. लोग इससे अन्य लोगों को प्रेरणा लेने की भी बात कर रहे हैं.