जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) के जेके लोन (JK Lon) अस्पताल में बीते एक महीनों से जारी बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नए साल के आगाज के बाद से अब तक करीब नौ और मासूमों की जान चली गई है. इस बीच मामलें की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने राज्य प्रभारी को आज दिल्ली बुलाया और पूरे मामलें की जानकारी ली. उधर, सूबे की सियासत भी गरमा गई है. बीजेपी ने राज्य सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
मिली जानकारी के मुताबिक जेके लोन अस्पताल में पिछले 48 घंटों में 9 नवजातों की मौत हुई है. जिसके साथ अब यहां शिशुओं की मौत का आंकड़ा 109 पहुंच गया है. हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि काल के गाल में सामने वाले अधिकतर बच्चों की मौत की मुख्य वजह जन्म के समय कम वजन है. हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों की मानें तो यहां साल 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी. कोटा में 10 नवजात बच्चों की मौत पर सीएम अशोक गहलोत बोले- देश भर के अस्पताल में रोजाना मौतें होती हैं, यह नई बात नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे को तलब किया. ताजा स्थिति पर चर्चा करने के साथ ही सोनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली. इसके अलावा सोनिया ने पांडे के माध्यम से राज्य सरकार को यह संदेश दिया कि इस मामले में और ठोस कदम उठाए जाएं.
Rajasthan Congress in-charge Avinash Pandey on his meeting with party's interim president Sonia Gandhi: It was a pre-scheduled meeting in which various issues were discussed. She is very serious about Kota issue (infant deaths), CM (Rajasthan) has sent a detailed report to her. https://t.co/dmX7flaeio pic.twitter.com/TomETftt2o
— ANI (@ANI) January 2, 2020
मुलाकात के बाद अविनाश पांडे ने कहा कि सोनिया गांधी कोटा के मामले पर काफी गंभीर हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उन्हें एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है.
कोटा से सांसद ओम बिरला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा पत्र-
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुनः स्मरण पत्र भेजकर संसदीय क्षेत्र कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिशुओं की असमय मृत्यु की प्रतिदिन बढती संख्या को देखते हुए संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा सुविधाओं के मजबूत बनाने के लिये आग्रह किया।@ashokgehlot51 @RajCMO
— Om Birla (@ombirlakota) January 2, 2020
दरअसल मंगलवार को लॉकेट चटर्जी, कांता कर्दम और जसकौर मीणा समेत बीजेपी सांसदों के एक संसदीय दल ने अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत पर चिंता जताई थी. दल ने कहा कि एक ही बेड पर दो-तीन बच्चे थे. अस्पताल में नर्सें की संख्या भी कम है. इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य की कांग्रेस सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा. बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में गंदगी है और अंदर सुअर घूमते मिले है.