जयपुर, 3 दिसंबर : राजस्थान में विधानसभा चुनाव लड़ रहे 1,862 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला रविवार को होगा. दिग्गज उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट, सी.पी. शामिल हैं. जोशी, भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया, राज्यवर्धन राठौड़, दीया कुमारी और कई अन्य हैं. राज्य की 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों पर मंडरा रहा सस्पेंस रविवार शाम तक साफ हो जाएगा. राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 में वोटों की गिनती की तैयारियों के संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 199 विधानसभा क्षेत्रों के लिए वोटों की गिनती 33 जिला मुख्यालयों के 36 केंद्रों पर सुबह 8 बजे शुरू हुई.
मतगणना के लिए कुल 1121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई है. वोटों की गिनती जयपुर, जोधपुर और नागौर में दो-दो केंद्रों पर और बाकी 30 चुनावी जिलों में एक-एक केंद्र पर हो रही है. मतगणना की सभी तैयारियां कर ली गई हैं. सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा मानदंडों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है. मतगणना के दिन को शुष्क दिवस घोषित किया गया है. गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थलों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. केवल अधिकृत पासधारी व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे. मतगणना केंद्रों पर प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए अलग-अलग मतगणना हॉल बनाए गए हैं, जबकि आयोग के निर्देशानुसार डाक मतपत्रों और ईवीएम की गिनती के लिए टेबल की व्यवस्था की गई है. यह भी पढ़ें : Assembly Elections 2023 Results Live Updates: राजस्थान में बीजेपी निकली कांग्रेस से आगे, शुरुआती रूझानों में 90 सीटों पर बनाई बढ़त
मतगणना कार्मिकों का रेंडमाइजेशन त्रिस्तरीय होगा. पहला रैंडमाइजेशन हो चुका है. दूसरे स्तर का रैंडमाइजेशन मतगणना शुरू होने से 24 घंटे पहले और तीसरे स्तर का रैंडमाइजेशन सुबह 5 बजे किया गया. आयोग की ओर से सभी विधानसभा क्षेत्रों में वोटों की गिनती के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो जिलों में पहुंच गए हैं. द्वितीय एवं तृतीय रेण्डमाइजेशन पर्यवेक्षक की उपस्थिति में किया जायेगा.
गुप्ता ने बताया कि ईवीएम की काउंटिंग टेबल पर एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग स्टाफ और एक माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे. इसी प्रकार डाक मतपत्रों की गणना टेबल पर एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी, एक गणना पर्यवेक्षक, दो गणना सहायक और एक माइक्रो पर्यवेक्षक होंगे. माइक्रो ऑब्जर्वर केंद्र सरकार के विभागों के अधिकारी और कर्मचारी होंगे. गणना के लिए प्रदेश में 2,552 टेबलें लगाई गई हैं. ईवीएम की गिनती के लिए कुल 4,180 राउंड होंगे. सबसे ज्यादा 34 राउंड शिव विधानसभा क्षेत्र में और सबसे कम 14 राउंड अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में होंगे.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ईवीएम/डाक मतपत्र टेबल पर अभ्यर्थियों के गणना अभिकर्ता होंगे, जिनके बैठने का क्रम इस प्रकार होगा (1) मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनैतिक दल, (2) अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त राज्य दल जो उस विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव क्षेत्र. चुनाव चिह्न तय हो चुका है, (3) गैर मान्यता प्राप्त पंजीकृत दल (4) निर्दलीय. शनिवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गुप्ता ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उन्हें मतगणना की सभी तैयारियों की जानकारी दी.