Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चुनावी सभा में पीएम मोदी ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना, कहा- यह सरकार कभी सत्ता में नहीं लौटेगी
राजस्थान के सागवाड़ा में आदिवासी क्षेत्र में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार राज्य में सत्ता में वापस नहीं आएगी.
जयपुर, 22 नवंबर : राजस्थान के सागवाड़ा में आदिवासी क्षेत्र में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार राज्य में सत्ता में वापस नहीं आएगी. राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को प्रचार का आखिरी दिन है. सागवाड़ा में रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ''बांसवाड़ा-डूंगरपुर राजस्थान के वागड़ क्षेत्र में आता है. वागड़ क्षेत्र को कांग्रेस के कुशासन का खामियाजा भुगतना पड़ा है.
“कांग्रेस नेताओं के करीबी लोगों के बच्चे अधिकारी बन गए और आपके बच्चों को चुन-चुनकर बाहर कर दिया गया. “पेपर लीक माफिया ने राजस्थान के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है.“ “कांग्रेस नेताओं के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं और उनके लॉकरों से सोने की ईंटें निकाली जा रही हैं. लाल डायरी के पन्ने खुल रहे हैं, जो कांग्रेस सरकार के काले कारनामों को बयां करती है. यह भी पढ़े:राजस्थान चुनाव : कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ पाने के लिये धर्म से छेड़छाड़ का आरोप लगाया
“केंद्र सरकार की योजनाओं को राजस्थान में लागू करने के लिए कांग्रेस को हटाना जरूरी है. मोदी (आपके लिए) कितना भी कुछ करना चाहें, कैसे करेंगे कोई और तो जयपुर में बैठा है? इसलिए, भाजपा सरकार चुनें.” उन्होंने कहा, “कांग्रेस सिर्फ एक परिवार की गुलाम बन गई है। कल मैं जयपुर में रोड शो कर रहा था, वहां बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए थे, इसमें मुख्यमंत्री की तो फोटो थी, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष की नहीं, उनके एक सांसद की फोटो तो थी, लेकिन उनके अध्यक्ष्ज्ञ और इतने बड़े दलित नेता खड़गे की फोटो शामिल नहीं थी, कल मैंने देखा कि कांग्रेस में एक दलित नेता के साथ क्या हुआ.
वह कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं के परिवार से हैं. लेकिन कांग्रेस केवल एक परिवार की भक्ति में लगी हुई है.”मोदी ने कांग्रेस पर सरकारी कर्मचारियों को धोखा देने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा,“लूट की नीति के कारण खजाना खाली हो गया है. उनका पैसा महीनों तक सरकार के पास पड़ा रहता है. कर्मचारियों को ग्रेच्युटी और भविष्य निधि का पैसा भी नहीं मिल रहा है.''