राजस्थान में कांग्रेस के हाथों में आ सकती है सत्ता की कमान, जानें क्या कहतें हैं प्री-पोल सर्वे के नतीजे
सचिन पायलट और वसुंधरा राजे (File Image)

नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में दो बड़ी पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे टक्कर है. बात करें राजस्थान की तो प्री-पोल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि यहां कांग्रेस के हाथों में सत्ता की कमान आ सकती है और बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ सकता है. चुनावी घमासान से पहले टाउम्स नाऊ और सीएनएक्स ने प्री-पोल सर्वे कराया जिसके आधार पर बताया जा रहा है कि बीजेपी शासित राजस्थान में कांग्रेस को बड़ी कामयाबी मिल सकती है.

दरअसल, राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटे हैं और सर्वे के नतीजों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस को 110-120 सीटें मिल सकती हैं, जबकि सत्ताधारी बीजेपी को 70-80 सीट मिलने का अनुमान है. दूसरी पार्टियों की बात करें तो बीएसपी 1 से 3 सीट जीत सकती है, जबकि अन्य के खाते में 7-9 सीटें जा सकती हैं.

कौन है बेस्ट केंद्र या राज्य सरकार? 

सर्वे में केंद्र और राज्य सरकार के कामकाज पर भी सवाल किए गए. जिसके जवाब में 63 प्रतिशत लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार ने अच्छा काम किया. वहीं 25 प्रतिशत लोग वसुंधरा सरकार के कामकाज से संतुष्ट नज़र आए.  तकरीबन 12 प्रतिशत लोगों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और 53.4 प्रतिशत लोगों ने बताया कि वो केंद्र सरकार से बेहद खुश हैं.  यह भी पढ़ें: चुनावों से ऐन पहले कांग्रेस ने दिया बीजेपी को बड़ा झटका, उम्मीदवार को ही कर लिया अपने पाले में

कैसा रहा वसुंधरा राजे का कामकाज? 

इस सर्वे में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के कामकाज को लेकर सवाल किए गए, जिसके जवाब में करीब 48 फीसदी लोगों ने उनके कामकाज को खराब बताया, 35 प्रतिशत लोगों ने अच्छा बताया, जबकि  12 प्रतिशत लोगों ने इसे सामान्य कहा और 5 प्रतिशत लोगों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

अशोक गहलोत के प्रति लोगों की राय 

सर्वे में जब मतदाताओं से सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व सीएम अशोक गहलोत के कामकाज के बारे में पूछा गया तो करीब 31 फीसदी लोगों ने यह माना कि गहलोत ने अच्छा काम किया, जबकि 25 प्रतिशत लोगों का मानना है कि वसुंधरा ने अच्छा काम किया. सर्वे में शामिल 10 फीसदी लोगों ने दोनों के काम की सराहना की. 14 फीसदी को दोनों का काम पसंद नहीं आया और 20 फीसदी लोगों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. यह भी पढ़ें: टिकट बंटवारे को लेकर मचे घमासान पर बीजेपी ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- राहुल कंफ्यूज्ड, पार्टी डिफ्यूज्ड

क्या है चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा? 

सर्वे में जब मतदाताओं से पूछा गया है इस बार चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा, तो 35 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी,27 फीसदी लोगों ने विकास, 15 फीसदी लोगों ने महंगाई, 10 फीसदी लोगों ने लिंचिंग, 6 फीसदी लोगों ने एससी/एसटी एक्ट को और 10 फीसदी लोगों ने राफेल को राजस्थान चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बताया.