Railway Ticket Scam: आईआईटी ग्रेजुएट ने बनायी IRCTC से भी तेज रेल टिकट बुकिंग ऐप, धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार

IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट से रेल टिकट बुक करना सर दर्द है, इसकी वजह इसकी धीमी गति है. इससे प्रभावित होकर, हाल ही में IIT खड़गपुर से स्नातक करने वाले एक आईआईटीयन ने आईआरसीटीसी की तुलना में ज्यादा तेजी से रेल टिकट बुकिंग करने के लिएएक फास्ट ऐप का निर्माण किया. हालांकि अब यह शख्स धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुका है.

आईआरसीटीसी (Photo Credits: Wikipedia)

IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट से रेल टिकट बुक करना सर दर्द है, इसकी वजह इसकी धीमी गति है. इससे प्रभावित होकर, हाल ही में IIT खड़गपुर से स्नातक करने वाले एक आईआईटीयन ने आईआरसीटीसी की तुलना में ज्यादा तेजी से रेल टिकट बुकिंग करने के लिए एक फास्ट ऐप का निर्माण किया. हालांकि अब यह शख्स धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुका है. टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, तिरुपुर के मूल निवासी एस युवराजा (S Yuvarajaa) ने ‘Super Tatkal’ और ‘Super Tatkal Pro’ रेलवे टिकट बुकिंग ऐप बनाया, जिसके माध्यम से बिजली की गति से टिकट बुक किए गए थे. उसके ऐप इतने लोकप्रिय हो गए कि कुछ ही समय में इस ऐप के लगभग एक लाख यूजर्स बन गए. यह भी पढ़ें: IRCTC से तत्काल टिकट बुक करने के लिए हैकर्स कर रहे थे पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल, RPF ने किया पर्दाफाश

शख्स पर भुगतान के बदले टिकट बुक करने के लिए ग्राहकों के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बनाकर IRCTC की टिकट बुकिंग प्रणाली को दरकिनार करने का आरोप लगाया गया है. दक्षिणी रेलवे मुख्यालय (चेन्नई) में आरपीएफ साइबर सेल के अधिकारियों के साथ तिरुप्पूर के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने घोटाले का खुलासा किया और उसे 23 अक्टूबर को धोखाधड़ी के साधनों से धन जुटाने के लिए गिरफ्तार किया.

दक्षिण रेलवे ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि यह निराशाजनक है कि एस युवराजा जैसा उच्चा शिक्षा प्राप्त व्यक्ति, जिसने अन्ना विश्वविद्यालय में बीई (वैमानिकी) किया है और आईआईटी खड़गपुर से एम.टेक (एयरोस्पेस) है, इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त है. दक्षिण रेलवे के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त बीरेंद्र कुमार ने कहा, "उन्होंने तेजी से टिकट बुक करने के लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया और वह आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट भी नहीं था."

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