IRCTC से तत्काल टिकट बुक करने के लिए हैकर्स कर रहे थे पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल, RPF ने किया पर्दाफाश
आईआरसीटीसी (Photo Credits: IRCTC)

IRCTC Tatkal System Hacked: दक्षिण पश्चिम रेलवे (South Western Railway) के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आईआरसीटीसी (www.irctc.co.in) से अवैध सॉफ्टवेयर की मदद से ई-टिकट निकालने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. आरपीएफ ने इस गिरोह के सरगना समेत 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. एसडब्ल्यूआर (South Western Railway) ने खुलासा किया है कि इस गैंग के 25 हजार हैकर तथा बिचौलिये देश-विदेश में फैले हैं जिसने अब तक करोड़ों रुपये के टिकट का काला कारोबार किया है.

रेल अधिकारियों ने बताया कि आईआरसीटीसी तत्काल प्रणाली में आरक्षित टिकटों को निकालने के लिए अवैध ऑपरेटर और हैकर पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे थे. इस सॉफ्टवेयर के कारण भारतीय रेलवे के साथ-साथ बैंकों के ओटीपी जैसे सुरक्षा उपायों को दरकिनार किया जा रहा था. जिससे टिकटों की बुकिंग अन्य लोगों की तुलना में कई गुना तेज होती थी. Special Trains Being Planned: भारतीय रेलवे राज्य सरकारों से बात कर ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाने का बना रही है प्लान

पिछले साल सितंबर महीने में खुफिया एजेंसियों ने पूरे भारत में तत्काल टिकट बुक करने के लिए अवैध सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल होने की बात बताई थी और रेलवे को अलर्ट किया था. एसडब्ल्यूआर की आरपीएफ द्वारा अनेक छापों के बाद अवैध सॉफ्टवेयर कारोबार के सरगना के बारे में सुराग मिला.

अक्टूबर 2019 से फरार चल रहा अपराधी केंद्रपाड़ा से जनवरी 2020 में पुलिस की गिरफ्त में आया. बाद में आरपीएफ का जांच दल आगे पूछताछ के लिए उसे बेंगलुरु लेकर आया. एसडब्ल्यूआर ने एक बयान में कहा, ‘‘पूछताछ में पता चला कि उसके पास इसरो, रेलवे और अन्य सरकारी संगठनों के उपकरणों को हैक करने के लिए लाइनक्स आधारित उच्चस्तरीय हैकिंग प्रणाली वाला पाकिस्तान का सॉफ्टवेयर था.’’

देशव्यापी टिकट रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए जांच टीम में आरपीएफ के बड़े अधिकारियों को शामिल किया गया था. जबकि गिरोह के तार विदेशों में भी जुड़े होने के कारण उच्च अधिकारियों ने आगे की जांच के लिए स्वीकृति दे दी है. इस गैंग में राष्ट्रविरोधी तथा आपराधिक गतिविधियों के लोगों के भी जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है.