Raigad Irshalgad landslide: रायगढ़ के प्रभावितों से मिले उद्धव ठाकरे, हरसंभव मदद का दिया भरोसा
महाराष्ट्र के रायगढ़ में हुए विनाशकारी पहाड़ी भूस्खलन से बचे सैकड़ों लोगों से शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की. उद्धव ठाकरे ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया. इरशालवाड़ी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है.
रायगढ़, 22 जुलाई: महाराष्ट्र के रायगढ़ में हुए विनाशकारी पहाड़ी भूस्खलन से बचे सैकड़ों लोगों से शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की. उद्धव ठाकरे ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया. इरशालवाड़ी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. यह भी पढ़ें: Raigad Irshalgad landslide Dead Toll: महाराष्ट्र के रायगढ़ में लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हुई, बारिश के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन
भूस्खलन के बाद कई ग्रामीण रोते दिखाई दिए तो कुछ अभी भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं. कुछ अपने परिवार के कमाने वाले सदस्यों को खोने पर रो रहे हैं. कई लोगों को सब कुछ तबाह हो गया है. उद्धव ठाकरे ने विपक्ष के नेता (परिषद) अंबादास दानवे, अनिल परब, भास्कर जाधव, मिलिंद नार्वेकर समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पंचायतन मंदिर का दौरा किया. जहां पर सौ से अधिक बचे लोगों को अस्थायी रूप से आश्रय दिया गया है. उद्धव ठाकरे ने लोगों को सांत्वना दी और घायलों का हालचाल जाना.
दरअसल, बुधवार (19 जुलाई) की रात लगभग 11.30 बजे पहाड़ी का हिस्सा खिसककर इरशालवाड़ी आदिवासी बस्ती के एक हिस्से में गिर गई थी। जिसके बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस घटना में बचे लोगों से उद्धव ठाकरे ने मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना. पूर्व सीएम ने आदिवासियों से कहा कि इरशालवाड़ी के लोगों के साथ हुई दुखद घटना का वर्णन करने के लिए शब्द नहीं हैं। बेघर लोगों को हरसंभव मदद दी जाएगी. पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी होने तक हम आपके साथ रहेंगे। हम आपको कोई भी मदद देने के लिए यहां हैं.
उन्होंने लोगों को पुनर्वास स्थल चयन में सावधानी बरतने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि पुनर्वास को भूस्खलन या पहाड़ी-धसान वाले क्षेत्रों से दूर होना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने सरकारी अधिकारियों से इरशालवाड़ी और राज्य के अन्य जोखिम से भरे क्षेत्रों के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमवाई) शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसी त्रासदी से बचने के लिए दीर्घकालिक योजना बनानी होगी.
उन्होंने तत्काल उपाय करने और भविष्य में ऐसी किसी भी त्रासदियों या मानव जीवन की हानि को रोकने के लिए रायगढ़ और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बातचीत करने का भरोसा भी दिया. बता दें कि घटना के बाद बचाव कार्य तीसरे दिन भी जारी रहा. बचाव दलों ने चार और शव निकाले हैं, जिसके बाद मरने वालों की संख्या 25 हो गई है. बताया जाता है कि सौ से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं. रायगढ़ जिला प्रशासन ने इरशालवाड़ी के जीवित बचे लोगों के लिए रहने-खाने की सभी व्यवस्था की है. सभी को पंचायतन मंदिर में स्थानांतरित कर दिया गया है.