पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हमले में 40 जवानों की शहादत के बाद भारत सरकार एक्शन के मोड में है. भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए शुक्रवार को पाकिस्तान (Pakistan) से व्यापार में 'सबसे तरजीही राष्ट्र (MFN)' का दर्जा वापस ले लिया था. अब वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तान से आयातित सभी तरह के सामानों पर सीमा शुल्क (Customs Duty) को बढ़ाकर तत्काल प्रभाव से 200 प्रतिशत कर दिया गया है. सीमा शुल्क में बढ़ोत्तरी से पाकिस्तान से भारत को किया जाने वाले निर्यात पर काफी बुरा असर पड़ेगा. वर्ष 2017-18 में पाकिस्तान से भारत को 3,482.3 करोड़ रुपये यानी 48.85 करोड़ डॉलर का निर्यात किया गया था.
Upon India's withdrawal of MFN (Most Favoured Nation) status to Pakistan after the #PulwamaTerroristAttack, basic customs duty on all goods exported from Pakistan to India has been raised to 200% with immediate effect pic.twitter.com/5p75IHqA8s
— ANI (@ANI) February 16, 2019
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान का सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र यानी मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया गया है. उन्होंने कहा था कि इस कदम से पाकिस्तान द्वारा भारत को किए जाने वाले 48.8 करोड़ डॉलर (करीब 3,482.3 करोड़ रुपये) के सामान के निर्यात पर असर पड़ सकता है. तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस लेने के बाद भारत, पाकिस्तान से आने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ा सकेगा. यह भी पढ़ें- पुलवामा आतंकी हमले के 2 दिन बाद जम्मू-कश्मीर के राजौरी में IED ब्लास्ट, आर्मी मेजर शहीद, एक जवान घायल
पाकिस्तान से जो चीजें आयात की जाती हैं, उनमें मुख्य रूप से फल, सीमेंट, पेट्रोलियम उत्पाद, खनिज संसाधन, लौह अयस्क और तैयार चमड़ा शामिल हैं. भारत ने पाकिस्तान को 1996 में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था, लेकिन पाकिस्तान की ओर से भारत को ऐसा कोई दर्जा नहीं दिया गया.