प्रयागराज के प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा पेट का ऑपरेशन करने के दौरान तीन साल की बच्ची की मौत से पूरा प्रशासन भड़क गया है. इस हादसे ने अस्पताल की पूरी पोल पट्टी खोल दी है. ख़बरों के अनुसार बच्ची के परिवार द्वारा 5 लाख रुपये का बिल न भर पाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर्स ने पेट में टांके लगाए बिना ही शव परिजनों को सौंप दिया. इस बारे में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) ने प्रयागराज कलेक्टर को लिखा है कि यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल ने ऑपरेशन के कुल पैसे जमा नहीं करने के कारण 3 साल की बच्ची की मौत के बाद पेट में टांके लगाए बिना ही शव परिजनों को सौंप दिया.
इस पत्र में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से इस मामले में सबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने और डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है. उन्होंने मृत बच्ची के परिवार वालों को मुआवजा देने का भी आग्रह किया है और 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश: बीना में जिंदा इंसान को डॉक्टरों ने बताया मुर्दा, पोस्टमॉर्टम रूम में चलने लगी सांस और फिर जो हुआ...
देखें ट्वीट:
NCPCR writes to Prayagraj Collector over reports of
'death of a 3-yr-old girl due to non-submission of total money for operation in United Medicity hospital'
Hospital had allegeldy sent her away without stitching her stomach after operation when Rs 5 Lakhs couldn't be submitted pic.twitter.com/Gh2geIqS6r
— ANI UP (@ANINewsUP) March 6, 2021
बता दें कि बच्ची को पेट दर्द की शिकायत के बाद यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां ऑपरेशन के दौरान बच्ची की मौत हो गई. यह मामला उजागर तब हुआ जब एक ट्विटर यूजर ने तस्वीरों के साथ इस मामले को शेयर किया. जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई.