केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की जनता से अपील, डाउनलोड करें SAMEER App, मिलेगी सटीक जानकारी
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Environment Minister Prakash Javadekar) ने कहा कि मैं सभी से एक ऐप Download SAMEER ’डाउनलोड करने की अपील करता हूं, यह आपको देश भर के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों (Heavy Pollution) के बारे में पूरी जानकारी देगा. यह लाल निशान के साथ भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों की पहचान करता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में, हमारे देश में दो लाख से अधिक ई-वाहनों का उपयोग किया जा रहा है. ई-वाहन भारत में लोकप्रिय हो रहे हैं। मैं खुद एक ई-वाहन का उपयोग करता हूं. यह SAMEER app गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Environment Minister Prakash Javadekar) ने कहा कि मैं सभी से एक ऐप Download SAMEER ’डाउनलोड करने की अपील करता हूं, यह आपको देश भर के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों (Heavy Pollution) के बारे में पूरी जानकारी देगा. यह लाल निशान के साथ भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों की पहचान करता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में, हमारे देश में दो लाख से अधिक ई-वाहनों का उपयोग किया जा रहा है. ई-वाहन भारत में लोकप्रिय हो रहे हैं। मैं खुद एक ई-वाहन का उपयोग करता हूं. यह SAMEER app गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने प्रदूषण के खिलाफ चल रही जंग में आम जनता को सीधे जोड़ने की पहल करते हुए रविवार को जनसंवाद किया, उन्होंने फेसबुक लाइव के दौरान जनता से सुझाव लिए तो तमाम सवालों के जवाब भी दिए.उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की ओर से प्रदूषण के खात्मे के लिए उठाए गए सभी कदमों से देश में अगले दो वर्षों में प्रदूषणकारी 60 से 70 बिजली संयंत्रों को चिह्न्ति कर बंद किया जाएगा. यह भी पढ़ें:- Air Quality Index: नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद के विभिन्न हिस्सों में हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज.
ANI का ट्वीट:-
प्रकाश जावडेकर ने कहा कि देश में प्रदूषण के पांच से छह प्रमुख कारण हैं. ट्रैफिक, उद्योग, कूड़ा-कचरा, धूल, पराली और जियोग्राफी.पर्यावरण मंत्री ने मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बताते हुए कहा कि बीएस 6 फ्यूल के इस्तेमाल से प्रदूषण में 25 से 60 फीसद तक कमी आती है. 62 हजार करोड़ की लागत से बीएस 6 फ्यूल को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. (आईएएनएस इनपुट)