West Bengal: बीजेपी का नारा- बंगाल को अपनी बेटी चाहिए, बुआ नहीं
सीएम ममता बनर्जी ( फोटो क्रेडिट- ANI)

चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा पश्चिम बंगाल के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के एक दिन बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को अपनी कट्टर प्रतिद्वंद्वी और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नारे को लेकर काउंटर अटैक किया है. भाजपा अब अपने चुनावी अभियान के तहत तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से दिए गए नारे बंगला निजेर मेयके चाई (बंगाल को चाहिए अपनी बेटी) के बाद नया नारा लेकर आई है.

ममता के नेतृत्व वाली टीएमसी के नारे के जवाब में भाजपा ने अपनी महिला नेत्रियों का पोस्टर जारी किया है. भगवा पार्टी ने रूपा गांगुली, देबोश्री चौधरी, लॉकेट चटर्जी, भारती घोष, अग्निमित्र पॉल सहित बंगाल की नौ महिला नेताओं का एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें एक काउंटर स्लोगन दिया गया है. यह स्लोगन बंग्ला तार मेयेकेई चाय, पिशी के नोई (बंगाल को अपनी बेटी चाहिए बुआ नहीं) है. West Bengal: TMC और BJP के बीच महा मुकाबला, चुनाव के इन 4 अहम फैक्टर्स पर रहेगी वोटर्स की नजर.

इससे पहले टीएमसी ने बंगाल चुनाव के अभियान की शुरूआत करते हुए बंगाल को चाहिए अपनी बेटी का नारा दिया था और ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी के तौर पर प्रदर्शित किया गया था. ममता की तस्वीर के साथ बड़े-बड़े पोस्टर और होडिर्ंग पर यह स्लोगन लिखा गया और प्रदेश भर में इसका खूब प्रचार-प्रसार भी किया गया. इसी के जवाब में ही भाजपा ने नया नारा दिया है.

भाजपा राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को निशाना बना रही है. अभिषेक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा सांसद हैं.

राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी, वन मंत्री राजीब बनर्जी जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही तृणमूल कांग्रेस से यह कहकर दूरी बना ली कि पार्टी अब एक निजी लिमिटेड कंपनी बन गई है, जो केवल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और उनके भतीजे द्वारा शासित है.